प्रयागराज। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन को देखते हुए उत्तर प्रदेश में 31 जनवरी तक धारा 144 लागू होने के बाद से सतर्क पुलिस ने शनिवार को केरल से पहुंचे रिटायर्ड आइएएस अधिकारी को हिरासत में ले लिया। माना जा रहा है केरल के रिटायर्ड आईएएस अफसर कन्नन गोपीनाथन प्रयागराज में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में माहौल बनाने पहुंचे थे।
सरदार पटेल संस्थान में आयोजित नागरिकता बचाओ, संविधान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ विचार गोष्ठी में शामिल होने आए पूर्व आइएएस कन्नन गोपीनाथन को शनिवार को प्रयागराज एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया। मुंबई की फ्लाइट से पहुंचे गोपीनाथन को जिला प्रशासन ने दिल्ली की फ्लाइट से वापस भेज दिया। इसकी कड़ी निंदा करते हुए आयोजकों ने इसे योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा लोकतंत्र की हत्या बताया। इसके साथ ही विरोध में सोमवार को जिलाधिकारी के समक्ष विरोध दर्ज कराने का निर्णय लिया।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के विरोध में इस्तीफा देने वाले पूर्व आइएएस अफसर कन्नन गोपीनाथन को प्रयागराज एयरपोर्ट से उस समय वापस लौटाया गया, जब प्रशासन को पता चला कि वो सीएए और एनआरसी के खिलाफ होने वाली एक बैठक में हिस्सा लेंगे। सीएए और एनआरसी के खिलाफ बैठक आयोजित करने वाले लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन ने कन्नन गोपीनाथन को बैठक में हिस्सा लेने की इजाजत दी थी। कन्नन गोपीनाथन ने खुद के हिरासत में लेने की जानकारी ट्विटर पर दी।