कौशांबी। सीएम योगी के सत्ता में आने के बाद Cattle smugglers पशु तस्करों के खिलाफ कार्रवाई के बड़े आदेश को अमली जामा पहनाने में प्रेदश का पुलिस महकमा पूरी तरह से फेल होता नजर आ रहा है। जिसकी ताकीद आए दिन पशु तस्करी के खुलासे के बाद होती रही है। इस बीच रवीवार रात को एक और हैरान करने वाला मामला सामने आया है।
Cattle smugglers ने क्रूरता की हदे पार की
इसबार तो Cattle smugglers ने क्रूरता की सारी हदे ही पार कर दी। जिले के कोखराज थाना क्षेत्र पुलिस को मूरतगंज मेला बाग में खड़े एक कंटेनर ट्रक से लगभग 40 अदद मरे हुए भैंस व 7 अदद जिंदा बरामद होने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची कोखराज थाने की पुलिस ने कंटेनर को अपने कब्जे में ले लिया। पशु चिकित्सक द्वारा मृत भैंसों का पोस्टमार्टम कराने के बाद जेसीबी से गड्ढा खुदवा कर दफन करावा दिया।
खबर मिलने के बाद
बड़ी तादात में मृत मवेशी की खबर मिलने के बाद जिले के डीएम मनीष कुमार वर्मा व एसपी प्रदीप गुप्ता ने भी मौके पर पहुंच कर जायजा लिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए तस्करों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कार्यवाई का आदेश दिया। लेकिन सवाल खड़ा होता है कि बेजुबान मवेशियों के साथ क्रूरता का यह कोई पहला मामला नहीं है।
कौशांबी दौरे पर आए
हाल ही में कौशांबी दौरे पर आए योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने विहिप नेताओं के शिकायत के बाद खुली बैठक में ही जिम्मेदार अफसरों को तस्करों के विरुद्ध कार्यवई करने का सख्त आदेश दिया था। इतना ही नहीं खुद प्रभारी मंत्री ने भी मीडिया से मुखातिब होते हुए कोखराज पुलिस की भूमिका पर संदेह जाहिर किया था। इतना ही नहीं डीएम और एसपी को दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई करने का आदेश भी दिया था। बावजूद इसके विभागीय उदासीनता के चलते न तो तस्करों पर लगाम लगाया जा सका और न ही तस्करी में संलिप्त पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कोई कार्यवाई हो सकी ।
पोस्टमार्टम करने वाले
पोस्टमार्टम करने वाले पशु चिकित्सक डॉक्टर रवींद्र कुमार सिंह के मुताबिक मवेशियों की मौत दम घुटने से हुई है। वहीं एक बार फिर तस्करों की क्रूरता के चलते बड़ी तादात में मवेशी मरने की खबर मीडिया में आने के बाद एसपी प्रदीप गुप्ता ने तस्करों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी का दावा किया है।