रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड रामनगरी अयोध्या में कंप्रेस्ड बायो गैस यानी सीबीजी प्लांट लगाने जा रही है। इसके एमओयू पर हस्ताक्षर हो चुके हैं। 135 करोड़ की लागत से स्थापित होने वाले इस प्लांट में पराली, गन्ने के कचरे, समेत अन्य बायोडाइजेस्टबल पदार्थों से गैस बनाई जाएगी। इस सीबीजी का सीएनजी के विकल्प के तौर पर उपयोग किया जा सकेगा।
प्रदेश सरकार के इनवेस्टर्स समिट के बाद से अयोध्या के लिए भी 11925 करोड़ की योजनाओं के लिए 179 आवेदन आए। इसमें 25652 लोगों के रोजगार मिलने की संभावना है। खास ये है कि इनमें से 11662 करोड़ की 159 निवेशकों की योजनाओं पर एमओयू भी साइन हो चुके हैं।
निवेशकों के लिए आगामी एक फरवरी को आयुक्त कार्यालय के गांधी सभागार में इनवेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया है। इस समिट में निवेशकों को एमओयू प्रमाणपत्र वितरित किए जाएंगे। उपायुक्त उद्योग अमरेश पांडेय कहते हैं कि हम इनवेस्टर्स समिट की तैयारियों में लगे हैं। एमओयू के बाद काम शुरू हो जाएगा।
श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य राममंदिर के निर्माण के साथ ही रामनगरी अयोध्या बदल रही है। यहां अंतर्राष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट बन रहा है तो वहीं हवाई अड्डे की तर्ज पर रेलवे स्टेशन लोगों को लुभाएगा। विश्वस्तरीय सड़कें विकसित की जा रही हैं। तमाम नागरिक सुविधाओं से युक्त स्मार्ट शहर बनने की ओर अग्रसर है। इस बीच अयोध्या में विकास की संभावनाओं को देखते हुए निवेशकों में भी होड़ है। इसी क्रम में देश के सबसे बड़े उद्योग समूह में से एक रिलायंस इंडस्ट्रीज ने भी अपने कदम बढ़ाएं हैं। गन्ना की प्रमुख ऊपज वाले इस जिले किसानों की गन्ना कचरा, धान किसानों की पराली समेत अन्य पदार्थो से अब रिलायंस गैस बनाएगी।