• काशी के चुनिंदा कलाकार घर की बेकार वस्तुओं से बना रहे डेकोरेटेड आइटम
वाराणसी। प्राकृतिक संसाधनों का दोहन और निर्भरता कम करने के लिए ट्रिपल आर फार्मूले को आजमाया जा रहा है। इस फार्मूले पर काशी के चुनिंदा कलाकार अपनी कलाकारी को समर्पित किये हैं। दिलचस्प यह है कि यह फार्मूला सफल भी हो रहा है।
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ट्रिपल आर फार्मूले, यानी रिड्यूस, रिसाइकल और रीयूज। इस पर सरकार के साथ-साथ स्वयंसेवी संगठन और स्थानीय लोग भी लगातार प्रयासरत रहे हैं। इस फार्मूला पर राम छाटपार शिल्प न्यास काम कर रहा है।
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न्यास के सिद्धहस्त कलाकार बेकार और कबाड़ पड़ी वस्तुओं को फिर से सजा-संवारकर उसे एक आकर्षक लुक दे रहे हैं। इतना ही नहीं, रिसाइकल के साथ ही उसे रीयूज लायक बना रहे हैं।
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इस फॉर्मूले पर बनाई गई वस्तुओं की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगा, ताकि लोग उसे देखकर प्रेरित हों और अपने घर में बेकार पड़े सामानों को तराश कर उसका दोबारा अन्य रूप में इस्तेमाल कर सके।
जिन कलाकारों ने अपने हुनर के दम पर कबाड़ को एक बार फिर संवार दिया है उनमें अजय उपासनी, अमरेश कुमार, बृजेश सिंह, मदन लाल, दीपक, किसन लाल, मनीष अरोड़ा, निहारिका सिंह, शिवांगी गुप्ता, विनीता, शारदा सिंह, पदमिनी मेहता आदि नाम हैं। इसके प्रेरक पुरुष प्रख्यात कलाविद मदन लाल गुप्ता हैं।
रिपोर्ट-संजय गुप्ता