यूपी के महाराजगंज में कोरोना को लेकर स्वास्थ्य प्रशासन अलर्ट हो गया है। बीमारी को व्यक्ति स्तर पर कंट्रोल करने की कोशिश तेज कर दी है। कोरोना जांच का दायरा बढ़ाने के साथ ही संक्रमितों के पड़ोसियों में वायरस की जांच करेगा। इसके लिए मेडिकल टीम का गठन किया है।
जहां संक्रमित मिल रहे हैं। संक्रमित के पड़ोसियों के साथ ही उनके संपर्क में आने वाले सभी लोगों का कोरोना जांच करना है। दूसरे प्रदेश से आने वालों के अलावा स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचने वाले अधिक से अधिक लोगों की कोरोना जांच करनी है। अस्पतालों में लाजिस्टिक जैसे दवाएं, पीपीई किट्स, मास्क और ग्लब्स आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करना है।
शासन का गाइड लाइन मिलते ही स्वास्थ्य प्रशास ने कोरोना जांच का दायरा बढ़ा दिया है। हर रोज कम से कम एक हजार लोगों की कोरोना जांच का निर्देश दिया है। इसमें चार सौ आरटीपीसीआर जांच जरूरी कर दिया है। संक्रमित के पड़ोसियों का कोरोना जांच के लिए मेडिकल टीम की तैनाती की है। मेडिकल टीम संक्रमित के गांव पहुंचकर उसके पड़ोसियों का एंटीजन के बाद आरटीपीसीआर जांच करेगी।
कोरोना जांच के लिए ब्लाक स्तर पर मेडिकल टीम की तैनाती की है। ब्लाक सीएचसी अधीक्षक/प्रभारी चिकित्साधिकारी की निगरानी में टीम कार्य करेगी। संक्रमित के पड़ोसियों और उसके संपर्क में आने वाले लोगों की कोरोना जांच के बाद रिपोर्ट उपलब्ध कराएगी।
संक्रमित के घर पहुंचकर टीम उनके घर के आसपास के सभी लोगों का एंटीजन जांच करेगी। आरटीपीसीआर जांच के लिए नमूना सुरक्षित करेगी। जिले में 12 कोरोना संक्रमित हैं। ये सभी संक्रमित होमआइसोलेट हैं। इन संक्रमितों का स्वास्थ्य सामान्य है। संक्रमितों के स्वास्थ्य की निगरानी रैपिड रिस्पांस टीम कर रही हैं।
इधर प्रदेश के अन्य जिलों में कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो गया है। इसे देख शासन ने इस बीमारी को व्यक्ति स्तर पर कंट्रोल करने के लिए गाइडलाइन जारी किया है। गाइडलाइन के अनुसार स्वास्थ्य प्रशासन को जल्द से जल्द कोविड हास्पिटलों और ऑक्सीजन प्लांट को अपडेट कर लेना है।