ताइवान से अमेरिका की दोस्ती का चीन हमेशा से विरोध करता रहा है और उसे अपनी संप्रभुता के खिलाफ बताता है। इस बीच ताइवान की राष्ट्रपति साइ इंग-वेन अमेरिका पहुंची हैं और चीन को चुभने वाली बातें कही हैं।
वेन ने न्यूयॉर्क में ताइवानी अमेरिकी समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम और अमेरिका जितने करीब हैं, इतिहास में उतने कभी नहीं रहे। उनका यह बयान चीन को चिढ़ाने वाला माना जा रहा है, जो अमेरिका और ताइवान की सरकारों के बीच दौरों का विरोध करता रहा है। चीन का कहना है कि यह उसकी वन चाइना पॉलिसी के खिलाफ है।
साइ इंग-वेन बुधवार को न्यूयॉर्क पहुंची थीं, जहां उन्होंने गुरुवार का दिन भी गुजारा। इस दौरान उन्होंने बुधवार की रात को दिए अपने भाषण में अमेरिका को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने हमारी सुरक्षा को मजबूत किया है और लगातार सहयोग दिया है। उन्होंने कहा कि यदि ताइवान सुरक्षित रहेगा तो दुनिया सेफ रहेगी। उन्होंने कहा कि ताइवान अपने लोकतांत्रिक देशों के साथ मिलकर दुनिया को लोकतंत्र की दिशा में ले जाने का प्रयास करता रहेगा। हालांकि इस बीच चीन समर्थक लोगों ने साइ इंग-वेन के कार्यक्रम के बाहर आंदोलन भी किया।
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा, ‘हम अमेरिका और ताइवान के बीच किसी भी तरह की आधिकारिक मीटिंग का विरोध करते हैं।’ उन्होंने कहा कि हम अपनी सुरक्षा और संप्रभुता को बचाए रखने के लिए पूरी नजर रखे हुए हैं। गौरतलब है कि चीन की ओर से ताइवान की राष्ट्रपति और अमेरिकी संसद के स्पीकर केविन मैककार्थी के बीच प्रस्तावित बैठक का विरोध किया गया है। हालांकि अब तक अमेरिका या फिर ताइवान की ओर से इस मीटिंग के बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ कहा नहीं गया है।
इन लोगों ने ताइवान के खिलाफ नारेबाजी की और चीन के झंडे लहराए। यही नहीं ऐसे एक प्रदर्शनकारी को गिरफ्तारी भी कर लिया गया, जिसने एक तख्ती ले रखी थी। इस तख्ती में लिखा था कि ताइवान की राष्ट्रपति चीन की सबसे बड़ी गद्दार हैं। इस बीच चीन की सरकार ने भी ताइवान को चेतावनी दी है कि वह अमेरिका जाकर हमारे खिलाफ बातें न करे। चीनी सरकार ने कहा कि हम साइ इंग-वेन के दौरे पर नजर रख रहे हैं। अपनी सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा के लिए हम तत्पर हैं।