राजस्थान में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले सभी दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर ली हैं। बीते कुछ दिनों से कांग्रेस पार्टी में उथल-पुथल मचा हुआ है। दरअसल, सूबे के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट अपनी ही सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठ गए थे।
पायलट से नाराज सीएम अशोक गहलोत ने अब 13 सवालों की एक लिस्ट बनाई है। गहलोत के इन सवालों से कांग्रेस के विधायकों की टेंशन बढ़ गई है। इस सभी सवालों के जवाब विधायकों को देने हैं, जवाब मिलने के बाद कांग्रेस आगे की प्लानिंग करने वाली है। गहलोत यह सवालों की लिस्ट इस वजह से बनाए हैं ताकि राजस्थान में पुरानी वाली गलती रिपीट न हो। आइए, समझते हैं…
राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है। कांग्रेस के पास फिलहाल 105 विधायक हैं। सीएम गहलोत ने साल 2023 के चुनाव में 156 सीट का टारगेट रखा है। ऐसे में सीएम गहलोत सभी 105 विधायकों से कुछ सवाल पूछ रहे हैं। इन 13 सवालों के आधार पर ही विधायकों को टिकट दिया जाएगा और आगे की प्लानिंग की जाएगी। विधायकों से इन सभी सवालों के जवाब लिखित में लिए जा रहे हैं।
राजस्थान में कांग्रेस सरकार रिपीट करना चाहती है। सीएम गहलोत को डर है कि कहीं न कहीं जनता के बीच कांग्रेस पार्टी को लेकर नाराजगी बढ़ी है। इसके लिए गहलोत टिकट बंटवारे को लेकर खासा सतर्क हो गए हैं। यह समझने के लिए साल 2003 में हुए विधानसभा चुनाव के रिजल्ट पर गौर करना होगा।
साल 2003 के चुनाव में कांग्रेस ने अपने 156 विधायकों में से ज्यादातर को फिर से टिकट दिया था। सूबे की जनता ने सिर्फ 34 विधायकों को विधानसभा तक पहुंचाया। चुनाव में कांग्रेस की हार हुई। कुछ ऐसा ही हाल साल 2013 के चुनाव में हुआ। कांग्रेस पार्टी ने अपने 96 विधायकों में 75 विधायकों को फिर से टिकट दिया था।
इस बार भी कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस के 75 विधायकों में से सिर्फ 5 विधायकों ने जीत हासिल की थी। यह दोनों चुनाव सीएम गहलोत के नेतृत्व में लड़े गए थे। गहलोत अब नहीं चाहते हैं कि फिर से वो पुरानी गलती रिपीट की जाए।