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लखनऊ में 12 से होगा राजकमल का किताब उत्सव

नई दिल्ली/लखनऊ। 12 जनवरी से लखनऊ में किताब उत्सव का आयोजन हो रहा है। गोमती नगर स्थित अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान में आयोजित यह कार्यक्रम 16 जनवरी तक चलेगा। राजकमल प्रकाशन समूह द्वारा आयोजित इस पाँचलखनऊ में 12 से होगा राजकमल का किताब उत्सव दिवसीय महोत्सव में लखनऊ शहर के अलावा प्रदेशभर के साहित्यकार हिस्सा लेंगे। किताब उत्सव में पुस्तक प्रदर्शनी लगाने के साथ ही पाठक-लेखक सम्मिलन, रचना पाठ, लेखकों से बातचीत, विविध विषयों पर परिचर्चा, काव्य पाठ, नई किताबों के लोकार्पण समेत अनेक गतिविधियां आयोजित होंगी।

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इस महोत्सव का उद्धाटन 12 जनवरी शुक्रवार को अपराह्न 3 बजे अखिलेश, कात्यायनी, नरेश सक्सेना, रमेश दीक्षित, रूपरेखा वर्मा, वन्दना मिश्र, वीरेन्द्र यादव की विशिष्ट उपस्थिति में होगा। ‘किताब उत्सव’ के दौरान प्रत्येक दिन छह सत्रों में कार्यक्रम आयोजित होगा। इनमें से प्रतिदिन एक सत्र ‘हमारा शहर हमारे गौरव’ का रहेगा जिसमें अपने लेखन से हिन्दी साहित्य को समृद्ध करने वाले लखनऊ शहर के मूर्धन्य साहित्यकारों यशपाल, अमृतलाल नागर, भगवती चरण वर्मा, श्रीलाल शुक्ल के कृतित्व को स्मरण किया जाएगा।

लखनऊ में 12 से होगा राजकमल का किताब उत्सव

किताब उत्सव में राजकमल प्रकाशन समूह से प्रकाशित नई पुस्तकों-प्रताप गोपेन्द्र की ‘चन्द्रशेखर आजाद: मिथक बनाम यथार्थ’, राकेश कबीर के कविता-संग्रह ‘तुम तब आना’, राकेश मिश्र के कविता-संग्रह ‘कवि का शहर’, विपिन गर्ग की किताब ‘चलो टुक मीर को सुनने’, प्रभात सिंह द्वारा अनूदित मार्क टली की किताब ‘धीमी वाली फास्ट पैसेंजर’, राजेश पाण्डेय की किताब ‘वर्चस्व’, उत्कर्ष शुक्ला के उपन्यास ‘रहमानखेड़ा का बाघ’, ओमप्रकाश वाल्मीकि की ‘प्रतिनिधि कविताएं’ और ‘सम्पूर्ण कविताएं’, प्रमोद रंजन की किताब ‘बहुजन साहित्य की सैद्दांतिकी’, राजकुमार सिंह का कविता संग्रह ‘उदासी कोई भाव नहीं है’ का लोकार्पण होगा।

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आगामी दिनों में कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों में सुभाष चन्द्र कुशवाहा, सुधीर विद्यार्थी, फ़िरोज़ नक़वी, अमरेन्द्र त्रिपाठी, प्रकाश चन्द्र गिरी प्रो रविकान्त चंदन, सुभाष कुशवाहा, कुमार पंकज, वीरेन्द्र यादव, नवीन जोशी, नसीरुद्दीन हैदर खान, नागेन्द्र, राजकेश्वर सिंह, अनिल त्रिपाठी, सलमान ‘खयाल’, आलोक रंजन, अशोक शर्मा, राकेश तिवारी, सूरज थापा, नूर आलम, रामदत्त त्रिपाठी, अवधेश मिश्र, अशोक कुमार पांडेय, विशाल श्रीवास्तव, वीरेन्द्र सारंग, संतोष वाल्मीकि, सूर्य प्रसाद दीक्षित, चन्द्रशेखर वर्मा, गोपाल सिन्हा, भूपेन्द्र पांडेय, आलोक पराड़कर, प्रीति चौधरी, सीमा सिंह, सुभाष राय, ज्ञानप्रकाश चौबे, मोहम्मद एहसान, उत्कर्ष शुक्ल, हिमांशु वाजपेयी, अखिलेश निग़म ‘अखिल’, अभिषेक शुक्ल, मनीष शुक्ला और हरिओम उपस्थित रहेंगे।

लखनऊ में आयोजित होने जा रहे किताब उत्सव के बारे में राजकमल प्रकाशन समूह के अध्यक्ष अशोक महेश्वरी ने कहा, राजकमल प्रकाशन के 75वें स्थापना वर्ष में हमने जुलाई 2022 में भोपाल से ‘किताब उत्सव’ शृंखला की शुरुआत की थी। इस शृंखला की पहली कड़ी में भोपाल, वाराणसी, पटना, चंडीगढ़ और मुम्बई में ‘किताब उत्सव’ का आयोजन हुआ। दूसरी कड़ी में पटना, भोपाल और रांची के बाद अब पुस्तकप्रेमियों की मांग पर लखनऊ में यह आयोजन करने जा रहे हैं।

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उन्होंने कहा, हिन्दी साहित्य संसार को समृद्ध बनाने में लखनऊ के साहित्यकारों की महती भूमिका है। वर्तमान में यहां से अनेक नए कवि, लेखक और शायर उभरकर सामने आ रहे हैं। यहां के पाठकों की ओर से भी हमें शुरू से अपार स्नेह मिलता रहा है। मुझे विश्वास है कि यह आयोजन लखनऊ के साहित्यप्रेमियों के लिए उपयोगी सिद्ध होगा।

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