वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के दूसरे दिन गुजरात के कृषि मंत्री राघवजी पटेल की मौजूदगी में कृषि और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र से जुड़े आठ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। इन एमओयू के अनुसार मेहसाणा में असनदास एंड संस प्राइवेट लिमिटेड 1,100 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है। वहीं भितर एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड 500 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बना रही है जबकि टिडी एग्रोस्यूटिकल प्राइवेट लिमिटेड का 400 करोड़ रुपये का निवेश करने का इरादा है। अहमदाबाद में ग्रेनपैन न्यूट्रिएंट्स प्राइवेट लिमिटेड ने 375 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई है। अहमदाबाद में सैनस्टार लिमिटेड राज्य में 300 करोड़ रुपये का निवेश करने के लिए तैयार है।
इसके अलावा, जेएम कोकोनट प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड 300 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बना रहा है, मेहसाणा में मैक पटेल फूड्स प्राइवेट लिमिटेड 150 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रहा है, और आरपीए एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर एंड सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड गुजरात में 140 करोड़ रुपये का निवेश करने के लिए तैयार है।
शिखर सम्मेलन में सेमी-कंडक्टर विनिर्माण से जुड़ी कई महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की गईं। बुधवार को टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने धोलेरा में सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन प्लांट लगाने की घोषणा की, इसके लिए बातचीत इस साल पूरी होने की उम्मीद है। माइक्रोन टेक्नोलॉजी के सीईओ संजय मेहरोत्रा ने कहा कि साणंद में सेमीकंडक्टर असेंबली और परीक्षण सुविधा का पहला चरण 2025 की शुरुआत तक चालू हो जाएगा।
कोरियाई प्रौद्योगिकी दिग्गज सिममटेक ने 1,250 करोड़ रुपये के शुरुआती निवेश के साथ अहमदाबाद के साणंद में अत्याधुनिक सेमीकंडक्टर संयंत्र स्थापित करने की योजना की भी घोषणा की। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी देश की जरूरत के अनुसार भारत में कई उद्योगों सामने ला रहे हैं और उनका नेतृत्व कर रहे हैं। सेमीकंडक्टर उद्योग, उनमें से एक मूलभूत उद्योग है। गुजरात में सेमीकंडक्टर के पहले संयंत्र की प्रगति और पारिस्थितिकी तंत्र पर चर्चा की गई और समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए।” बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर के महात्मा मंदिर में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 के 10वें संस्करण का उद्घाटन किया।
इस वर्ष के शिखर सम्मेलन का विषय ‘गेटवे टू द फ्यूचर’ है और इसमें 34 भागीदार देश और 16 भागीदार संगठन शामिल हुए हैं। शिखर सम्मेलन का उपयोग पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय की ओर से पूर्वोत्तर क्षेत्रों में निवेश के अवसरों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच के रूप में भी किया जा रहा है। पहले दिन के कुछ महत्वपूर्ण निवेश प्रस्ताव देने वालों में अदाणी समूह, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा समूह और वैश्विक कॉर्पोरेट डीपी वर्ल्ड जैसी भारतीय कंपनियों के साथ-साथ अन्य व्यापारिक समूह शामिल थे।