लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, आनन्द नगर कैम्पस द्वारा आयोजित चार दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय शैक्षिक-साँस्कृतिक महोत्सव Eureka ‘यूरेका इण्टरनेशनल-2018’ भव्य उद्घाटन आज सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में पधारे लखनऊ विश्वविद्यालय के वाइस-चांसलर प्रो. एस. पी. सिंह ने दीप प्रज्वलित कर इस अन्तर्राष्ट्रीय समारोह का विधिवत उद्घाटन किया। समारोह में श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल समेत देश के विभिन्न प्रान्तों से पधारे लगभग 500 प्रतिभागी छात्रों की उपस्थिति ने एकता, भाई-चारे से ओत-प्रोत एक लघु विश्व का दृश्य प्रस्तुत किया।
Eureka इण्टरनेशनल में
यूरेका Eureka इण्टरनेशनल के उद्घाटन समारोह में देश-विदेश से पधारे प्रतिभागी छात्रों को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रो. एस. पी. सिंह, वाइस-चांसलर, लखनऊ विश्वविद्यालय ने कहा कि संस्कृति ही मनुष्य को अच्छा आचरण सिखाती है व मनुष्य का नैतिक विकास करती है। अब समय आ गया है कि छात्रों को एकता के सूत्र में बाँधा जाये व उनमें मानवता की भलाई हेतु कार्य करने की इच्छाशक्ति जागृत हो। गीत, संगीत, कला, साहित्य सभी छात्रों को मानवता की भलाई हेतु संकल्पबद्ध करने का सबसे प्रभावशाली माध्यम है एवं ऐसी प्रतियोगिताओं से छात्रों में एक नया आत्मविश्वास जागृत होता हैं।
प्रतिभा को पूर्ण रूप से
यूरेका इण्टरनेशनल-2018 की संयोजिका व सी.एम.एस. आनन्द नगर की प्रधानाचार्या रीना सोटी ने कहा कि इस अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव से छात्रों के अन्दर छिपी प्रतिभा को पूर्ण रूप से प्रस्फुटित और पल्लवित होने का भरपूर अवसर प्राप्त होगा साथ ही वसुधैव कुटुम्बकम की भावना का प्रचार-प्रसार भी होगा। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि यह आयोजन भावी पीढ़ी की बहुमुखी प्रतिभा के विकास के साथ ही उनके मानवीय एवं आध्यात्मिक दृष्टिकोण को विकसित करने में मददगार साबित होगा। उन्होंने कहा कि विश्व एकता व विश्व शान्ति का सपना साकार करने के लिए जरूरी है कि भावी पीढ़ी विभिन्न देशों की संस्कृति व साहित्य से परिचत हो, क्योंकि यही वह जरिया है जिससे बड़ी आसानी से विश्व एकता व शान्ति का संदेश सारे विश्व में प्रवाहित किया जा सकता है।
सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि यह अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव न सिर्फ ज्ञान व कला का अद्भुद संगम बनेगा अपितु भावी पीढ़ी के बीच विचारों के आदान-प्रदान का सर्वोत्तम मंच साबित होगा। सी.एम.एस. न सिर्फ अपने छात्रों को अपितु देश-विदेश के सभी छात्रों को विश्वव्यापी दृष्टिकोण प्रदान करने की हर संभव कोशिश कर रहा है जिससे आगे चलकर भावी पीढ़ी सही मायने में विश्व नागरिक बन सके।