• संरक्षा को बेहतर बनाने में उत्कृष्ट योगदान देने वालों को संरक्षा पुरस्कार दिए
• ढांचागत परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा
• कामकाज में पारदर्शिता पर बल
नई दिल्ली। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी ने आज उत्तर रेलवे के विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों के साथ संरक्षा, समयपालनबद्धता, व्यापार विकास और माल लदान पर एक कार्य निष्पादन समीक्षा बैठक का आयोजन किया। महाप्रबंधक ने कहा, उत्तर रेलवे संरक्षा उपायों को बढ़ाने, रेलवे संपत्तियों के रखरखाव को सुनिश्चित करने और संरक्षा और बुनियादी ढांचे के काम की व्यापक समीक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
पीलीभीत में पीएम मोदी की चुनावी सभा में नहीं आए सांसद वरुण गांधी…और न ही किसी ने जिक्र किया
कार्य-निष्पादन समीक्षा के अलावा, महाप्रबंधक ने यात्रियों और रेल संपत्ति की संरक्षा और सुरक्षा में उच्च मानकों को बनाए रखने में अपना उत्कृष्ट योगदान देने वाले 7 सजग कर्मचारियों को संरक्षा पुरस्कार प्रदान किया। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय रेलवे के सभी जोनल रेलवे और उत्पादन इकाइयों के बीच स्क्रैप बिक्री में उत्तर रेलवे वित्त वर्ष 2023-24 में 603.79 करोड़ रुपये के स्क्रैप का निपटान करके पहले स्थान पर है, जोकि 500 करोड़ रुपये के वार्षिक बिक्री लक्ष्य से अधिक है।
फ्रेट बिजनेस डेवलपमेंट पर बात करते हुए महाप्रबंधक ने बिजनेस डेवलपमेंट यूनिटों को रेल उपयोगकर्ताओं के बीच विश्वास और सहयोग का वातावरण बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे द्वारा दी जाने वाली रियायतें उसके सभी ग्राहकों तक पहुंचनी चाहिए।
समृद्ध और सफल भविष्य का निर्माण बुद्धिमत्ता, रचनात्मकता, टीम वर्क से होता है: विजय कुमार
इसके अलावा, श्री चौधुरी ने इस बात पर जोर दिया कि रेलवे संपत्तियों का रखरखाव ट्रेनों के सुचारू संचालन और यात्री सुविधा सुनिश्चित करने का एक महत्वपूर्ण पहलू है। उन्होंने किसी भी संभावित जोखिम से बचाने और रेल नेटवर्क के कार्य-निष्पादन और को बेहतर बनाने के लिए नियमित मूल्यांकन और ऑडिट के महत्व को रेखांकित किया।
इन प्रमुख पहलुओं को प्राथमिकता देकर, उत्तर रेलवे का उद्देश्य एक सुरक्षित और बेहतर रेलवे प्रणाली प्रदान करना है जो यात्रियों की बढ़ती जरूरतों को पूरा करे और क्षेत्र के समग्र विकास में योगदान दे। उत्तर रेलवे अपने उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित, सुगम और बेहतर सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी