देश का खुदरा बाजार दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है, जो 2027 तक 1.4 लाख करोड़ डॉलर का होगा। रिलायंस की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 2030 तक भारत रिटेल क्षेत्र में तीसरा बड़ा बाजार होगा। बढ़ते शहरीकरण, लोगों की बढ़ती कमाई और महिलाओं के रोजगार में शामिल होने से खुदरा क्षेत्र को बढ़ने में समर्थन मिलेगा। रिपोर्ट के अनुसार, प्रीमियम और लग्जरी उत्पादों की बढ़ती मांग से खुदरा बाजार की वृद्धि को और बल मिलेगा, जो बढ़ती खर्च योग्य आय के साथ विकसित होती प्राथमिकताओं को दर्शाती है। यह वृद्धि विभिन्न शहरी वर्गों तक फैली है, जिससे कई स्थानीय, अंतरराष्ट्रीय ब्रांड और निर्माता लाभान्वित हो रहे हैं। रिलायंस रिटेल दुनिया के 100 रिटेलर्स में से एक है।
डाटा ट्रैफिक में जियो का 60% हिस्सा
रिपोर्ट के मुताबिक, दूरसंचार कंपनियों के डाटा ट्रैफिक में जियो की हिस्सेदारी 2023-24 में बढ़कर 60 फीसदी पहुंच गई है। मार्च, 2024 की तिमाही में प्रति ग्राहक औसत डाटा उपयोग मासिक 28.7 जीबी रहा है। कंपनी के ग्राहकों की संख्या 48.18 करोड़ है, जिसमें 10.8 करोड़ 5जी उपयोगकर्ता है।
अंबानी ने चौथे साल भी नहीं लिया वेतन
रिलायंस समूह के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने लगातार चौथे वर्ष कंपनी से कोई वेतन नहीं लिया है। हालांकि, उन्हें बाकी सारे खर्चे कंपनी से मिलते रहे हैं। अंबानी का सालाना वेतन 15 करोड़ रुपये है।
रिलायंस ने भरा 1.86 लाख करोड़ का टैक्स
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने वित्त वर्ष 2023-24 में कुल 1,86,440 करोड़ का टैक्स भरा है। यह 2022-23 के मुकाबले 9,000 करोड़ अधिक है। रिपोर्ट के मुताबिक, बाजार पूंजीकरण के मामले में रिलायंस दुनिया की 48 वीं कंपनी है। इसका समेकित राजस्व भी 10 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है। रिलायंस ने पिछले वित्त वर्ष के दौरान करीब 3 लाख करोड़ रुपये का निर्यात किया। इस दौरान समूह ने 1.35 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया।