न्यूयॉर्क। संयुक्त राष्ट्र में भारत के नवनियुक्त स्थायी प्रतिनिधि पार्वथानेनी हरीश (आईएफएस 1990) ने न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में कार्यभार संभाल लिया है। पदभार ग्रहण करने के बाद भारतीय राजदूत हरीश ने गुरुवार को यूएन के कई पदाधिकारियों के साथ मुलाकात की और विभिन्न मुद्दों पर संगठन के साथ मिलकर काम करने की भारत की तत्परता व्यक्त की।
न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल से एक पोस्ट में लिखा संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पी हरीश ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस से मुलाकात की। स्थायी प्रतिनिधि ने 78वीं यूएनजीए के दौरान उनके सहयोग और समर्थन के लिए अध्यक्ष को धन्यवाद दिया। उन्होंने एसआईडीएस पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव, महासभा पुनरुद्धार और चल रहे संघर्षों में हाल के घटनाक्रमों जैसी आम प्राथमिकताओं पर चर्चा की।
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मिशन ने एक अन्य पोस्ट में लिखा हरीश ने संयुक्त राष्ट्र के प्रौद्योगिकी दूत अमनदीप सिंह गिल से मुलाकात की। उन्होंने एआई में भारत द्वारा की गई तेजी से प्रगति पर चर्चा की। स्थायी प्रतिनिधि ने एआई को जन-जन तक ले जाने के लिए संयुक्त राष्ट्र के साथ मिलकर काम करने की भारत की तत्परता भी व्यक्त की।
इसके अलावा हरीश ने संयुक्त राष्ट्र की प्रोटोकॉल प्रमुख बीट्रिक्स कानिया से भी मुलाकात की और अपने कार्यकाल के दौरान उनकी टीम के साथ घनिष्ठ कार्य संबंध बनाने के लिए उत्सुकता जाहिर की। इससे पहले यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि के तौर पर पदभार ग्रहण करने पहुंचे हरीश का बुधवार को यूएन में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि आर रविंद्र ने स्वागत किया।
हरीश ने ‘एक्स’ पर लिखा संयुक्त राष्ट्र भवन में प्रवेश करते ही मैंने महात्मा गांधी जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। यूएन के उत्तरी लॉन में उनकी प्रतिमा सभी सदस्य देशों को उनके उस संदेश की निरंतर याद दिलाती है, जिसमें उन्होंने कहा था कि शांति का कोई रास्ता नहीं है, बल्कि शांति ही रास्ता है।
रिपोर्ट-शाश्वत तिवारी