लखनऊ। देश के पूर्वोत्तर राज्य आसाम में जहरीली शराब पीने से हुई अनेकों अस्वाभाविक मौतों पर जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष आर.पी. चौधरी ने दुख प्रकट करते हुए मृतक परिवारजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं के लिए राज्य सरकारों के साथ ही स्थानीय प्रशासन की भी पूर्ण जिम्मेदारी बनती है।
शराब सभी प्रकार के अपराध एवं पतन की जननी
श्री चौधरी ने कहा,यद्यपि राज्यों में शराब पीने से हुई ऐसी अस्वाभाविक मौतों पर स्थानीय प्रशासन द्वारा इस मामले में संबंधित थाना के थानेदार और आबकारी निरीक्षक को सस्पेंड कर दिया जाता है और कच्ची एवं अवैध शराब बेचने वालों पर मुकदमा दर्ज कर कुछ लोगों को गिरफ्तार लिया जाता है,इसके बावजूद भी ऐसी घटनाओं पर विराम नहीं लग पा रहा है। ऐसी घटनाएं पूरे देश के लिए गम्भीर चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा है कि इस समस्या का समाधान केवल यह है कि राज्यों में पूर्ण शराब बन्दी लागू हो। हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार सरकार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमेशा से यह मांग करते रहें है कि बिहार की तर्ज पर ही अन्य प्रदेशों में भी पूर्ण शराब बन्दी लागू की जानी चाहिए तभी ऐसी घटनाओं को पूरी तरह से रोका जा सकता है।
उन्होंने कहा है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति अभी हाल में उत्तर प्रदेश,उत्तराखंड में भी हो चुकी है। जिसमें शराब पीने से अस्वाभाविक मौतें हुई थी। ऐसे में प्रदेश सरकारों को बहुत ही ठोस कदम उठाना होगा और प्रदेशों में पूर्ण शराब बन्दी लागू करने की पहल करनी होगी,क्योंकि शराब सभी प्रकार के अपराध एवं पतन की जननी है। हमारी आधी आबादी (महिलाएं) इससे पूरी तरह त्रस्त है। यदि पूर्ण शराब बंदी लागू की जाएगी तो सबसे ज्यादा सम्मान महिलाओं को ही मिलेगा।
उन्होंने अपनी पार्टी की तरफ से सभी प्रदेशों की सरकारों से मांग करते हुए कहा कि ऐसी भयावह घटनाओं में मृतक परिवार को मुआवजा एवं दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करने मात्र से ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं रोकी जा सकेगी।उसके लिए केवल पूर्ण शराब बन्दी ही एक मात्र विकल्प है। जिसे लागू किया जाना ही देश एवं जनता के हित में होगा।