नई दिल्ली। बहरीन स्थित भारतीय दूतावास के हस्तक्षेप के बाद तमिलनाडु में तिरुनेलवेली जिले के इदिन्थाकाराई गांव के 28 मछुआरों को बहरीन से सफलतापूर्वक भारत भेजा गया है। इन मछुआरों को शुरुआत में छह महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी, मगर भारतीय दूतावास के प्रयासों से इनकी सजा तीन महीने कम कर दी गई।
यात्री सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाए- दयाशंकर सिंह
इस घटनाक्रम की घोषणा करते हुए, दूतावास ने कहा बहरीन में भारतीय दूतावास को 28 भारतीय मछुआरों को वापस भेजने की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है, जिनकी हाल ही में सजा छह महीने से घटाकर तीन महीने कर दी गई थी। दूतावास ने भारत सरकार के भारतीय समुदाय कल्याण कोष के तहत कानूनी सहायता और यात्रा की सुविधा प्रदान की। भारतीय नागरिकों की भलाई हमारी प्राथमिकता है।
दूतावास ने विदेश में भारतीय नागरिकों की सहायता एवं कल्याण के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की और बहरीन के अधिकारियों के प्रति उनके त्वरित सहयोग और कांसुलर पहुंच के लिए आभार व्यक्त किया। एक अन्य एक्स पोस्ट में दूतावास ने लिखा हम बहरीन के अधिकारियों को उनके सहयोग और त्वरित प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद देते हैं, जिसमें काउंसलर एक्सेस प्रदान करना भी शामिल है।
यह प्रत्यावर्तन तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन द्वारा विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर को लिखे गए पत्र के बाद हुआ है, जिसमें हिरासत में लिए गए मछुआरों के लिए काउंसलर सेवाएं और कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह किया गया था। भारतीय दूतावास और बहरीन के अधिकारियों के समय पर हस्तक्षेप और समन्वित प्रयासों ने स्थिति का सकारात्मक समाधान सुनिश्चित किया।
रिपोर्ट-शाश्वत तिवारी