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मंगलम् पुरस्कार से सम्मानित हुए कंचौसी के युवा कवि विपिन गुप्ता

युवा कवि विपिन गुप्ता का पहले भी आगरा और लखनऊ में हो चुका है सम्मान

कंचौसी/औरैया। उत्तर प्रदेश के जनपद औरैया के कस्बा कंचौसी निवासी युवा कवि विपिन गुप्ता (रिंकू कंचौसी) को “मंगलम् सम्मान” से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें 15 दिसम्बर 2024 दिन रविवार को मंगलम् डिजिटल संस्था लखनऊ द्वारा मंगलम् साहित्य महोत्सव कार्यक्रम के अवसर पर प्रदान किया गया है।

मंगलम् पुरस्कार से सम्मानित हुए कंचौसी के युवा कवि विपिन गुप्ता।

एस.आर. ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट लखनऊ में आयोजन आयोजित समारोह में अंतर्राष्ट्रीय हास्य कवि स्माइलमैन डॉ. सर्वेश अस्थाना व सदस्य विधान परिषद् पवन सिंह एवं कथावाचक इन्द्रेश कौशिक महाराज, ओज कवि रजनीश त्रिपाठी, ओज कवि कमल आग्नेय, टीवी फेम हास्य कवि विकास बौखल, ओज कवि प्रख्यात मिश्रा, संस्थाध्यक्ष टीवी फेम कवि शेखर त्रिपाठी, कवि संदीप अनुरागी की उपस्थिति में साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट एवं सराहनीय योगदान के लिए यूपी के जिला औरैया के क्षेत्र कंचौसी निवासी युवा कवि विपिन गुप्ता (रिंकू कंचौसी) को “मंगलम् सम्मान” पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

मंगलम् पुरस्कार से सम्मानित हुए कंचौसी के युवा कवि विपिन गुप्ता।

इससे पहले भी युवा कवि विपिन गुप्ता (रिंकू कंचौसी) को 03 अगस्त 2024 दिन शनिवार को आगरा के एत्मादपुर में एक कार्यक्रम के दौरान “नवोदित साहित्य रत्न” से सम्मानित किया जा चुका है। युवा कवि विपिन गुप्ता (रिंकू कंचौसी) आगरा, बदायूँ, कानपुर, लखनऊ आदि तमाम जगहों पर कवि सम्मेलन कार्यक्रम में प्रतिभाग कर चुके हैं। कवि विपिन गुप्ता ने इसका पूरा श्रेय अपने माता-पिता, गुरु के साथ-साथ कंचौसी क्षेत्र की जनता को दिया है। उन्होंने बताया है कि माता-पिता की मेहनत व गुरुओं के आशीर्वाद और कंचौसी के लोगों प्यार एवं दुलार से यह मुकाम हासिल कर पाया है।

मंगलम् पुरस्कार से सम्मानित हुए कंचौसी के युवा कवि विपिन गुप्ता।

हिंदुस्तान के राज्य उत्तर प्रदेश के जनपद औरैया के कस्बा कंचौसी में एक गरीब परिवार में जन्मे युवा कवि विपिन गुप्ता (रिंकू कंचौसी) उम्र (19) वर्षीय ने बहुत ही अल्प समय में कई मुकाम हासिल कर लिये हैं। विपिन गुप्ता के पिता सुनील गुप्ता व माता सुनीता गुप्ता हैं, और विपिन के दो भाई और एक बहन है। युवा कवि विपिन गुप्ता (रिंकू कंचौसी) श्रृंगार के कवि हैं। वो अपने शानदार मुक्तकों से देश व प्रदेश में जाने-पहचाने जाते हैं। वो अक्सर कहते रहते हैं कि कविता लिखने की प्रेरणा उन्हें अलीगढ़ हाथरस के सिकंदराराऊ के सुप्रसिद्ध व अंतरराष्ट्रीय श्रृंगार रस कवि डॉ. विष्णु सक्सेना से मिली है।

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बताते हैं कि उन्हीं को सुन-सुनकर कविता लिखना शुरू किया था। “नवोदित साहित्य रत्न” व “मंगलम् सम्मान” से सम्मानित युवा कवि विपिन गुप्ता (रिंकू कंचौसी) को रविकांत सिंह राजावत, राम जी मिश्रा, नीरज रानी, राजेंद्र सिंह (राजू), आकाश सिंह ऋषि, पंकज सिंह भदौरिया, राम चंद्र तिवारी, रविन्द्र सिंह सेंगर, विनय प्रताप सिंह एडवोकेट, नीरज सेंगर, अनूप पोरवाल, मनीष पोरवाल, नवीन पोरवाल, सुधीर पोरवाल, रजत गुप्ता, मोहित गुप्ता, लारा गुप्ता, प्रीतम यादव (लप्पू), कार्तिकेय गुप्ता, मंजुल गुप्ता, अंशुल गुप्ता, सत्यम गुप्ता, शिवम पांडे, दीपक गौर, आशुतोष तिवारी, भानू ठाकुर, सीटू गौर, रिंकू गौर, अभय चौहान ऋशु, राहुल सेंगर, अन्नु गुप्ता, डॉ. आर्दश गुप्ता, शनि गौर, हर्षित गुप्ता राधे, अंकुर यादव, सागर शर्मा, मनीष राठौर, लल्लू शर्मा, संदीप राठौर, शरद शर्मा, अनोल पोरवाल, छोटे भदौरिया, अनमोल गुप्ता, विजय गौर कालू, गगन पोरवाल, पंकज राजपूत, सोनू शर्मा, सोनू प्रजापति, अंकुर तिवारी, राघव तिवारी, अंकित तिवारी, देवेश पालीवाल, अश्वनी दीक्षित, सत्येंद्र पोरवाल, राहुल तिवारी आदि कंचौसी के हजारों लोगों ने बधाई एवं भविष्य की शुभकामनाएँ व मंगल-कामनाएँ दी।

रिपोर्ट – संदीप राठौर चुनमुन 

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