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सूरमा फिल्म निर्माता दीपक सिंह ने लिखी ‘ब्रावो यादव’, किताब अमेजन बेस्टसेलर पर कर रही ट्रेंड

‘ब्रावो यादव’ कारगिल के नायक और परमवीर चक्र विजेता सूबेदार योगेंद्र सिंह यादव की जीवनी हे, दीपक सिंह द्वारा लिखी गई यह किताब फिलहाल अमेजन बेस्टसेलर पर ट्रेंड कर रही है।

फिल्म निर्माता, कंटेंट क्रिएटर और लेखक दीपक सिंह अपनी किताब ‘ब्रावो यादव’ के लिए रीडर्स, फ्रेंड्स और परिवार से मिल रही सराहना से बेहद खुश हैं। बेस्टसेलर पर ट्रेंड कर रही अपनी किताब पर लोगों की प्रतिक्रियाओं के बारे में बताते हुए दीपक ने कहा, प्रकाशन के दिन से ही हमें अच्छी प्रतिक्रिया मिली, लेकिन पिछले हफ्ते इसे अमेजन बेस्टसेलर में शोकेस किया गया, जिससे मुझे गर्व और खुशी महसूस हुई क्योंकि लोगों को यह पसंद आ रही है और वे इसे लेकर प्रेरित हो रहे हैं। कुछ आर्मी स्कूलों में भी बच्चे ‘ब्रावो यादव’ को पढ़ रहे हैं और इससे प्रेरित हो रहे हैं कि कैसे सरल रहें लेकिन दृढ़ इच्छाशक्ति रखें।

दीपक सिंह ने कहा, जैसे ही मेरी किताब अमेजन बेस्टसेलर में आई, कई लोगों ने मुझे बधाई देने के लिए फोन किया। आज के सोशल मीडिया की दुनिया में कई लोगों ने इसे पसंद किया और कुछ ने ‘वाह’ कहा। मेरे कुछ करीबी दोस्तों ने मुझे फूलों का गुलदस्ता भेजा। मैं आशीर्वाद लेने और वाहेगुरु जी का शुक्रिया अदा करने के लिए गुरुद्वारा भी गया था। मैंने योगेंद्र जी को भी फोन किया और उन्होंने कहा कि यह आपकी कड़ी मेहनत है, जो मुझे करना चाहिए। मैंने यह बहुत पहले किया है।

दीपक सिंह ने बताया, अपनी प्रिय मित्र, अभिनेत्री चित्रांगदा सिंह के माध्यम से योगेंद्र सिंह यादव से मिले थे। वे इस पुस्तक पर आधारित एक फिल्म बनाने की भी योजना बना रहे हैं, लेकिन आज के समय में फिल्में बनाना एक युद्ध की तरह है और उम्मीद है कि वह इसे भी जीतेंगे।

‘ब्रावो यादव’ लिखने के बारे में बात करते हुए, दीपक ने कहा, “जब भी वास्तविक जीवन के नायकों और गुमनाम योद्धाओं की बात आती है, तो मैं हमेशा उत्साहित हो जाता हूं, और यही कारण था कि मैंने सूरमा फिल्म बनाई, जिसमें भारतीय हॉकी खिलाड़ी संदीप सिंह की यात्रा को दिखाया गया था। जब चित्रांगदा सिंह ने मुझे सूबेदार योगेंद्र सिंह यादव से मिलवाया और उसकी कहानी सुनाई, तो मैं इससे इंप्रेस हो गया। जहाँ 19 साल की उम्र में बहुत से लोगों को यह नहीं पता होता कि वे जीवन में क्या हासिल करना चाहते हैं, वहीं एक व्यक्ति अपने हाथ में मशीन गन लेकर पाकिस्तानी सेना के खिलाफ खड़ा है। 17 गोलियों और 2 ग्रेनेड बमों से घायल होने के बाद भी उसने लड़ाई या अपनी सांसों पर काबू नहीं खोया। इस तरह के लोग मुझे प्रेरित करते हैं।

‘फिटनेस मशीन किरण डेम्बला’, दीपक सिंह द्वारा लिखी गई एक और जीवनी है, जिसे क्रिकेटर हरभजन सिंह और उनकी अभिनेत्री पत्नी ने किया लॉन्च किया है। उन्होंने दलाई लामा पर एक किताब भी लिखी है और वर्तमान में दो और बायोग्राफी पर काम कर रहे हैं।

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