लखनऊ। धन धन श्री गुरु गोविंद सिंह महाराज के परिवार की बलिदानी परंपरा और शहादत को समर्पित एक दिवसीय “सफर-ए-शहादत” कीर्तन दरबार का आयोजन बड़े ही श्रद्धा और भक्ति भाव से किया गया। यह आयोजन यूपी सिख विचार मंच के अध्यक्ष सरदार गुरजीत सिंह छाबड़ा और गुरुद्वारा प्रधान सरदार सम्पूरन सिंह बग्गा के विशेष सहयोग से सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम गुरुद्वारा साहिब में सायं 5:45 बजे से रात्रि 12:00 बजे तक आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत और कीर्तन दरबार का आयोजन
कार्यक्रम की शुरुआत ज्ञानी बलदेव सिंह द्वारा रहिरास साहिब के पाठ से हुई, जिसके पश्चात हजूरी रागी भाई गुरमुख सिंह ने अपने सुमधुर कीर्तन से संगत को आध्यात्मिक आनंद प्रदान किया। विशेष रूप से आमंत्रित कीर्तनकारों में शिमला से पधारे भाई गुरप्रीत सिंह और लुधियाना की बीबी जसप्रीत कौर ने गुरबाणी के शबद कीर्तन से संगतों को निहाल किया। उनके द्वारा प्रस्तुत किए गए कीर्तन ने श्रोताओं को गुरु परिवार की शहादत की गहराई का एहसास कराया और सभी को भक्ति में लीन कर दिया।
लंगर वितरण और श्रद्धालुओं की भागीदारी
कीर्तन दरबार के उपरांत संगतों के लिए अटूट गुरु का लंगर वितरित किया गया। श्रद्धालु बड़ी संख्या में इस आयोजन में सम्मिलित हुए और गुरु महाराज की शिक्षाओं एवं बलिदानों को स्मरण करते हुए संगतों ने एकता और भक्ति का संदेश लिया।
सम्मान और समापन समारोह
अंत में, गुरुद्वारा प्रधान सरदार सम्पूरन सिंह बग्गा ने भाई गुरप्रीत सिंह शिमला वाले, बीबी जसप्रीत कौर लुधियाना वाली और यूपी सिख विचार मंच के अध्यक्ष सरदार गुरजीत सिंह छाबड़ा को उनकी सेवाओं के लिए सम्मानित किया। इस मौके पर सभी मुख्य अतिथियों को सिरोपा और स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
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उपस्थित गणमान्य और प्रबंधक समिति के सदस्य
इस पूरे आयोजन में सरदार इकबाल सिंह, सरदार सुरेन्द्र सिंह बग्गा, सरदार चरनजीत छाबड़ा, सरदार परमजीत सिंह छाबड़ा, सरदार परमजीत सिंह चंदर एवं गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अन्य सदस्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी सदस्यों ने अपना विशेष योगदान दिया।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी