नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर सात महीने से अधिक समय बिताने के बाद पहला स्पेसवॉक किया। स्टेशन की कमांडर विलियम्स को नासा के निक हैग के साथ मिलकर कुछ जरूरी बाहरी मरम्मत का काम करना पड़ा। योजना के मुताबिक, अगले हफ्ते सुनीता और बुट्ज विल्मोर फिर स्पेसवॉक करेंगे।
मार्च या अप्रैल के अंत तक घर वापस आएंगी विलियम्स
विलियम्स और विल्मोर ने पिछले साल जून में बोइंग के नए स्टारलाइनर कैप्सूल के साथ उड़ान भरी थी, जो एक हफ्ते का परीक्षण मिशन था। लेकिन लेकिन स्टारलाइनर में कुछ समस्याएं आ गईं, जिसके कारण उनकी वापसी में देरी हुई। फिर नासा ने उन्हें कैप्सूल खाली करके वापसे भेजने का आदेश दिया। फिर उसको बदलने में स्पेसएक्स ने लॉन्च में देरी की, जिस वजह से विलियम्स और विल्मोर मार्च या अप्रैल के अंत तक घर वापस पाएंगे। यानी मिशन शुरू होने के करीब दस महीने बाद वह धरती पर लौटेंगे।
पिछले साल रोका गया था स्पेसवॉक
यह नासा के अंतरिक्ष यात्रियों का पहला स्पेसवॉक था, जो पिछली गर्मियों में समस्या के कारण रुक गया था। स्पेसवॉक को उस समय रोक दिया गया था, जब एक अंतरिक्ष यात्री के सूट के कूलिंग लूप (कूलिंग प्रणाली में पानी का उपयोग होता) से पानी एयरलॉक (वह क्षेत्र जहां से अंतरिक्ष यात्री बाहर निकलते हैं) में आ गया था। अब नासा ने उस समस्या का समाधान निकाल लिया है। भारतीय मूल की सुनीता विलिय्मस का यह आठवां स्पेसवॉक था और वह पहले भी अंतरिक्ष में रह चुकी हैं।