लखनऊ। आज विवेकानंद जयंती की मुनासबत ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में एनएसएस के अंतर्गत अटल हॉल में “भारत के निर्माण में नई पीढ़ी की भूमिका” विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
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एनएसएस स्वयंसेवक डॉ अभय कृष्ण, डॉ साइमा अलीम और डॉ जफर अल-नकी ने इस महत्वपूर्ण विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। डॉ अभय कृष्ण ने इस महत्वपूर्ण विषय पर भाषण देते हुए कहा कि विवेकानंद के विचारों और ख्यालों को हर किसी को अपनाना चाहिए। आज के युवाओं तक उनकी बातों और विचारों को पहुँचाना बहुत ज़रूरी है। और इसके साथ ही उन्हें अपने जीवन में उतारने की ज़रूरत है क्योंकि उनके विचार और सोच नए भारत के निर्माण में बहुत महत्वपूर्ण हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि इस पुरे सप्ताह में समाज में युवाओं के महत्व ,उनके प्रदर्शन और भूमिका की चर्चा की जानी चाहिए साथ ही युवाओं की समस्याओं और उनके समाधानों और उनको जागरूकता की चर्चा की जानी चाहिए। स्वामी विवेकानंद की जयंती 12 जनवरी से लेकर 18 जनवरी तक राष्ट्रीय युवा सप्ताह मनाने का मुख्य उद्देश्य युवाओं को प्रेरित करना और स्वामी विवेकानंद के आदर्शों के माध्यम से देश का भविष्य बेहतर बनाना है।
डॉ साइमा अलीम ने एनएसएस स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि विवेकानंद के व्यक्तित्व और उनके विचारों में एक तरह का आकर्षण था। उन्होंने विशेष रूप से शिकागो में दिए भाषण का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक भाषण में विवेकानंद ने भारतीय ज्ञान और सभ्यता की गौरवशाली परंपरा का इस तरह वर्णन किया कि उसका अर्थ और महत्व दिन-प्रतिदिन और अधिक स्पष्ट होता जा रहा है।
उन्होंने अंत में इस महत्वपूर्ण विषय पर बोलने वाले सभी छात्रों का उत्साहवर्धन किया उन्होंने कहा कि इस तरह की भाषण प्रतियोगिताएं न केवल आत्मविश्वास बढ़ाने में सहायक होती हैं, बल्कि आपके व्यक्तित्व को आकार देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
इस भाषण प्रतियोगिता में रुद्राक्ष चौधरी, अरुण कुमार, हर्ष तिवारी और रेखा यादव के अलावा अन्य छात्रों ने भी भाग लिया। कार्यक्रम का निर्देशन और धन्यवाद इंजीनियरिंग के छात्र मयंक ने किया। इस कार्यक्रम में चौथी, पांचवीं और आठवीं इकाई के स्वयंसेवकों ने भाग लिया। इसके अलावा विभिन्न विषयों के विद्यार्थियों ने भी उत्साह के साथ भाग लिया।