लखनऊ। ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय की एनएसएस इकाई-4 ने चकरापुरवा गांव में एक दिवसीय स्वास्थ्य जागरूकता शिविर का आयोजन किया। इस दौरान स्वयंसेवकों ने घर-घर जाकर ग्रामीणों को स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूक किया।
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स्वयंसेवकों ने विशेष रूप से महिलाओं से जुड़े स्वास्थ्य मुद्दों पर चर्चा की और टीबी की रोकथाम एवं स्वच्छता के महत्व को समझाया। उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि घर और आसपास की स्वच्छता बनाए रखना आवश्यक है, ताकि बीमारियों से बचाव किया जा सके। शिविर के समापन अवसर पर डॉ अभय कृष्ण ने एनएसएस स्वयंसेवकों और ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि एक स्वस्थ और रोगमुक्त समाज का निर्माण आज की आवश्यकता है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि महिला स्वास्थ्य किसी भी देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि स्वस्थ महिलाएं ही अगली पीढ़ी के स्वस्थ भविष्य का आधार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से स्वस्थ रहना केवल बीमारी से मुक्त होने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह संपूर्ण जीवनशैली से जुड़ा विषय है।
डॉ अभय कृष्ण ने महिलाओं से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूक रहने और समय पर इलाज कराने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार इस दिशा में गंभीर प्रयास कर रही है, लेकिन महिलाओं को अपनी सेहत के प्रति स्वयं भी सजग रहने की आवश्यकता है। इस एक दिवसीय शिविर में एनएसएस स्वयंसेवकों के साथ कई ग्रामीणों ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया।