यूपी में बसपा-सपा गठबंधन पर सस्पेंस बरकरार रखते हुए मायावती ने कहा है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अपनी पार्टी में बदलाव नहीं कर पाते हैं तो चुनाव में अकेले उतरना ही बेहतर होगा। सपा अध्यक्ष की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी पार्टी में बड़े बदलाव की जरूरत है।
इसके पहले, सोमवार को बसपा प्रमुख मायावती ने कहा था कि महागठबंधन का लोकसभा चुनाव में कोई फायदा नहीं हुआ है। सपा अध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए उन्हेंने कहा कि अखिलेश यादव वोट को गठबंधन उम्मीदवार को दिलाने में असफल रहे।
बसपा अध्यक्ष मायावती ने ये बातेंं लोकसभा चुनाव के परिणाम की समीक्षा के लिये उत्तर प्रदेश के पार्टी पदाधिकारियों और निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की बैठक में कही। दिल्ली स्थित बसपा कार्यालय में आहूत बैठक में पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष आर एस कुशवाहा, राज्य में पार्टी के सभी विधायक, नवनिर्वाचित सांसद, प्रदेश के सभी जोनल कोऑॢडनेटर के अलावा सभी जिला अध्यक्षों को भी बुलाया गया था। उल्लेखनीय है कि बसपा प्रमुख मायावती लोकसभा चुनाव परिणाम की पिछले तीन दिनों से राज्यवार समीक्षा कर रही हैं।
लोकसभा चुनाव में सपा के साथ गठबंधन के बावजूद पार्टी को उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं मिल सके। सोलहवीं लोकसभा के चुनाव में एक भी सीट जीतने में नाकाम रही बसपा को हाल ही में संपन्न हुये चुनाव में उत्तर प्रदेश से महज 10 सीटों पर जीत हासिल हो सकी।