लखनऊ। लखनऊ -आगरा एक्सप्रेस वे पर हादसे रोकने व सुरक्षित यातायात के लिए स्पीड डैपनिंग बार लगाए जाएंगे। इसका मकसद फर्राटा भरते वाहनों की रफ्तार पर लगाम लगाना है। हाल ही में इस एक्सप्रेस वे पर ओवर स्पीड से चलने वाले वाहनों के लिए ई- चालान व्यवस्था एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत लागू हो गई है। पर कोशिश है कि वाहनों की गति स्वतः ही चार पहिया वाहनों के लिए 100 किमी प्रति घंटा से ज्यादा न हो। इसके लिए स्पीड डैपनिंग बार लगाने की तैयारी है।
लखनऊ- आगरा एक्सप्रेस वे पर
लखनऊ- आगरा एक्सप्रेस वे पर सफर को सुरक्षित बनाने के लिए मार्ग के हर 15 किमी की दूरी पर पुलों के पहुंच मार्ग पर, मोड़ पर, इंटरचेंज के पहले व बाद में 15 मिमी ऊंचाई पर स्पीड डैम्पनिंग बार लगवाए जाएंगे। मार्ग की पूरी लंबाई में हर लेन व किनारों पर लगातार आई कैटस लगवाए जाएगी ताकि रात में, कोहरे में व बारिश में वाहन चलाने में दिक्कत न हो।
पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक्सप्रेस वे पर हादसे रोकने व सुरक्षित यातायात रोकने के लिए मुकम्मल उपाय करने पर जोर दिया था।
एक्सप्रेस वे पर सुरक्षा के लिए सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टीटयूट नई दिल्ली ने यातायात की सुरक्षा के लिए संस्तुतियां की हैं। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने अब मार्ग के दोनों ओर पटरियों पर एक अतिरिक्त चेन लिंक फेंसिंग व वारबेड वायर फेंसिंग लगाने का फैसला किया है। इससे पशुओं का एक्सप्रेस वे प्रवेश पूरी तरह रोका जा सकेगा। यही नहीं इससे स्थानीय लोग भी एक्सप्रेस वे नहीं आ सकेंगे।