लखनऊ- एसएसपी मंजिल सैनी ने आपरेशन मिलान के अन्र्तगत लापता हुये 22 वाहनों को उनके स्वामियों को वापस सौंप दिया। वहीं आपरेशन मिलान के अंतर्गत अब तक चोरी गये 115 वाहनों को उनके स्वामियों को सौंपा गया है।
एसएसपी पीआरओ ने बताया कि अमीनाबाद से दो चोरी गसे वाहनों को मडिय़ांव से अलीगंज से चोरी गये तीन वाहनों में से दो मडिय़ांव व एक गोमतीनगर से , विभूतिखण्ड से चोरी गये तीन वाहनों को सरोजनीनगर, विभूतिखण्ड व इन्दिरानगर से गोमतीनगर से चोरी गये दो वाहन तालकटोरा और अलीगंज से ,हुसैनगंज से चोरी हुये दो वाहन हुसैनगंज से वजीरगंज से चोरी हुआ वाहन अलीगंज से, चौक से चोरी हुआ वाहन काकोरी से ,ठाकुरगंज से चोरी हुआ वाहन ठाकुरगंज से, बाजारखाला से चोरी हुआ वाहन गोमतीनगर से , मडिय़ांव से चोरी हुआ वाहन मडिय़ांव से, गुड बा से चोरी हुआ वाहन मडिय़ांव से ,पारा से चोरी हुआ वाहन सरोजनीनगर से,बीकेटी से चोरी हुआ वाहन माल से व चिनहट से चोरी हुआ वाहन कैण्ट से, कैसरबाग से चोरी गया वाहन तालकटोरा से बरामद कराया गया। यह वाहन बरामद किये गये थानों लावरिस के रूप में दाखिल थे। वहीं एसएसपी ने डीसीआरबी में तैनात कर्मियों को उनके अच्छे काम के लिये एक हजार रुपये के नगद पुरस्कार से स मानित किया गया।
एसएसपी ने विवेचकों की ली जमकर क्लास
एसएसपी मंजिल सैनी आपरेशन वाहन मिलान के दौरान उनके असली स्वामियों से मिली और बरामद गाडिय़ों के बारे में पूछा तो लोगों ने बताया कि गाड़ी मिलना तो खुशी की बात है। लेकिन उनकी गाडिय़ा से काफी सामान चोरी हो गया है। बरामद की गयी गाडिय़ां काफी समय से थानों में लावारिस में दर्ज होकर खड़ी है। काफी र्निदेशों के बाद भी विवेचक वाहनों को डीसीआबी से मिलान नहीं करा रहे है। यह देखकर मंजिल सैनी ने पुलिस लाइन में आये सभी विवेचकों को उनके ठीली कार्यप्रणाली पर जमकर फटकार लगायी। उन्होंने बताया कि इन सभी विवेचकों की जांच करायी जायेगी। अगर पुलिस कर्मी पर लापरवाही सही साबित हुयी तो उन पर विभागीय कार्यवाही की जायेगी।