लंबे समय तक कीमतों में भारी गिरावट देखने के बाद फिर से सोने की चमक बढ़ने लगी है. एक तरफ देश में नवरात्र के साथ त्योहारी सीजन का आगाज हो चुका है तो नवंबर महीने में दिवाली और धनतरेस का त्योहार है जिसमें भारतीय जरूर सोने की खरीदारी करते हैं.
साथ ही शादियों का सीजन भी दस्तक देने जा रहा है. त्योहारी सीजन के साथ ही ये माना जा रहा कि सोने की कीमतों में आने वाले दिनों में और भी तेजी देखने को मिल सकती है. खासतौर से दिवाली धनतरेस से पहले कीमतों में बड़ा उछाल आ सकता है.
वैश्विक तनाव का असर
एक तरफ इजरायल और फिलीस्तीन के हमास के बीच जारी युद्ध के चलते वैश्विक तनाव बढ़ता जा रहा है. जिसके कच्चे तेल में उबाल देखने को मिल रहा है. शेयर बाजार में भी इसके चलते उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता है. तो अगले महीने अमेरिका के सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ब्याज दरें बढ़ाने के सिलसिले पर विराम लगा सकता है. ऐसा हुआ तो डॉलर कमजोर होगा. जिसके बाद सोने की कीमतों में तेजी आने की उम्मीद है. ऐसे में सोने में निवेश करने से रिस्क कवर को मदद मिल सकती है.
सप्लाई कम, डिमांड ज्यादा
दुनियाभर के सेंट्रल बैंक लगातार सोने की खरीदारी करते रहे हैं जिसमें भारत का सेंट्रल बैंक भारतीय रिजर्व बैंक भी शामिल है. 2022 में दुनियाभर के सेंट्रल बैंकों ने 1150 टन सोने की खरीदारी की है. बीते पांच दशकों में ये सबसे बड़ी खरीदारी है. वैश्विक तनाव के बढ़ने के बाद इन केंद्रीय बैकों ने सोने की खरीदारी बढ़ा दी थी. एक तो सोने की नई सप्लाई आ नहीं है उससे पर सेंट्रल बैंकों के खरीदारी के चलते सप्लाई में भी कमी देखी जा रही है जिसके चलते कीमतों में तेजी बने रहने की संभावना है.
दिवाली से पहले सोने की बढ़ेगी चमक
दिवाली धनतरेस पर सोने की कीमतों में और तेजी की संभावना जताई जा रही है. जानकारों की मानें तो त्याहारी मांग और वैश्विक कारणों के चलते सोना 62,000 रुपये प्रति ग्राम के लेवल तक जा सकता है. फिलहाल सोना सर्राफा बाजार में 60,150 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा है. मई 2023 के बाद सोने की कीमतों में बड़ी गिरावट आई थी जो अक्टूबर के पहले हफ्ते में 56,627 रुपये पर ट्रेड कर रहा था. मई के हाई से सोना 5000 रुपये सस्ता हो चुका था. लेकिन त्योहारों में मांग बढ़ने के बाद कीमतों में तेजी की उम्मीद जताई जा रही है.