खबरों में आया कि बजरंग (Bajrang Punia) ने कोच से नाता तोड़ दिया है तो इस पर बजरंग ने रिएक्शन देते हुए कहा, ‘मुझे समझ नहीं आ रहा कि किसने यह बोला व क्यों? शाको मेरे कोच हैं व मुझे इस बारे में बात करनी चाहिए थी। इस तरह की खबरें पढ़कर मुझे सचमुच बुरा महसूस हो रहा है। इनमें कोई सच्चाई नहीं है। ’
बजरंग ने बोला कोच बदलने की आवश्यकता नहीं है
संसार के 65 किग्रा में नंबर एक पहलवान रह चुके बजरंग ने कहा, ‘वह मेरे व्यक्तिगत कोच हैं जिन्हें जेएसडब्ल्यू ने मुहैया कराया है। यह मेरी समझ से बाहर है कि ऐसा क्यों बोला गया कि मैंने उनसे रिश्ता तोड़ दिया है। कौन यह कह रहा है व क्यों? मुझे कोच बदलने की आवश्यकता नहीं है। ’ जब जेएसडब्ल्यू से सम्पर्क किया गया तो उसने बोला कि न तो वे व न ही बजरंग कभी भी शाको को छोड़ना चाहते हैं।
शाको ने बजरंग को बनाया है नंबर वन
डब्ल्यूएफआई हालांकि दुनिया चैम्पियनशिप में सेमीफाइनल मुकाबले के दौरान कजाखस्तान के दौलत नियाजबेकोव को रैफरी द्वारा चार अंक प्रदान किये जाने के बाद शाको के विरोध दर्ज कराने से खुश नहीं था। इससे बजरंग ने एक अलावा अंक गंवा दिया व डब्ल्यूएफआई को लगता है कि इस यह भारतीय फाइनल में पहुंचने से चूक गया व उसे लगता है कि बजरंग का पैर से डिफेंस अब भी निर्बल है।
मनीषा ने कहा, ‘मैं जानती हूं कि महासंघ उसके विरोध दर्ज कराने से खुश नहीं था। लेकिन पूरी तस्वीर देखिये। शाको ने बजरंग को संसार के नंबर एक जगह पर पहुंचा दिया। अभी बजरंग पर ओलिंपिक में पदक जीतने का दबाव है व ओलिंपिक के करीब कोच बदलने का कदम रणनीतिक तौर पर अच्छा नहीं दिखता इसलिये वैसे ऐसी कोई योजना नहीं है। ’
भारतीय कुश्ती महासंघ ने हालांकि बोला कि उसे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। बजरंग कोहनी की चोट के लिये रिहैबिलिटेशन प्रक्रिया से गुजर रहे हैं व जल्द ही शाको के साथ ट्रेनिंग प्रारम्भ करेंगे।