अधिक नमक का सेवन करने से दिमाग में खून का प्रवाह 25 फीसदी तक कम हो जाता है? हाल ही में हुए एक शोध में पता चला है कि ज्यादा नमक युक्त आहार का सेवन करने से बुद्धिमत्ता में कमी आ सकती है। एक हालिया शोध में यह दावा किया गया है। दिमाग में टाउ प्रोटीन की मात्रा बढ़ने से याददाश्त कमजोर होती है और बुद्धिमत्ता में कमी आ सकती है।
डिमेंशिया का सबसे प्रमुख कारण है नमक-
न्यूयॉर्क स्थित फिल फैमिली ब्रेन एंड माइंड रिसर्च इंस्टीट्यूट के प्रोफेसर डॉक्टर गिउसेप्पे फरको इस शोध के प्रमुख शोधकर्ता हैं। इस शोध को जर्नल नेचर न्यूरोसाइंस ट्रस्टेड सोर्सेज में प्रकाशित किया गया है। डॉक्टर फरको ने कहा कि ज्यादा नमक के सेवन और खराब दिमाग कार्यक्षमता के बीच हमेशा से ही संबंध रहा है और ज्यादा नमक का सेवन करना डिमेंशिया का सबसे प्रमुख कारण है।
चूहों पर किया गया अध्ययन-
पूर्व में शोधों में शोधकर्ताओं को पता चला कि ज्यादा नमक के सेवन से चूहों में डिमेंशिया के लक्षण दिखने लगे। नमक ऐसे अणुओं का तेजी से उत्पादन करता है जिससे शरीर में सूजन आती है। इंटरल्यूकिन-17 अणु दिमाग की कोशिकाएं नाइट्रिक ऑक्साइड बनाना कम कर देती हैं। नाइट्रिक ऑक्साइड रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करता है और रक्त के प्रवाह में मदद करता है। हालांकि, नाइट्रिक ऑक्साइड की कमी से रक्त का प्रवाह कम हो सकता है।
चूहों पर किए गए अध्ययन में देखा गया कि ज्यादा नमक वाले आहार का सेवन करने से उनमें आईएल-17 का स्तर बढ़ गया और नाइट्रिक ऑक्साइड का स्तर कम हो गया जिससे दिमाग में खून का प्रवाह 25 फीसदी तक कम हो गया।
सोडियम की ज्यादा मात्रा नुकसानदायक-
शोधकर्ता फरको और उनकी टीम का मानना था कि सोडियम की ज्यादा मात्रा से दिमाग में हो रहे रक्त प्रवाह को बाधित कर डिमेंशिया के खतरे को बढ़ाता है। लेकिन, शोध के बाद पता चला कि रक्त के प्रवाह की कमी नहीं बल्कि टाउ प्रोटीन की मात्रा बढ़ने के कारण याददाश्त में कमी आती है।
शोधकर्ताओं ने आठ हफ्ते के चूहों में से कुछ को सामान्य आहार दिया और कुछ को ज्यादा सोडियम वाला आहार दिया। चार से 36 हफ्तों तक चूहों को आहार दिया गया। इसके बाद वैज्ञानिकों के परीक्षण में पाया गया कि ज्यादा नमक का सेवन करने वाले चूहों में नाइट्रिक ऑक्साइड की मात्रा कम थी, जिससे दिमाग में टाउ प्रोटीन की मात्रा बढ़ गई थी। 04 से 36 हफ्तों तक चूहों को सामान्य और सोडियम वाला आहार दिया गया।
अल्जाइमर का कारण होता है टाउ प्रोटीन-
शोध के दौरान वैज्ञानिकों ने व्यवहारात्मक, सेरिब्रोवस्कुलर और मोलिक्युलर स्तर पर परीक्षण किया। इसमें पाया गया कि ज्यादा नमक का सेवन करने वाले चूहों में नाइट्रिक ऑक्साइड की मात्रा कम थी जिससे दिमाग में टाउ प्रोटीन की मात्रा बढ़ गई थी। टाउ का अधिक स्तर अल्जाइमर का कारण माना जाता है।