गोरखपुर। गोरखपुर बरसात का मौसम आते ही नगर पचांयत मुन्डेरा बाजार में एक बार पुनः नर्क जैसी स्थिति पैदा होने लगी है। जलभराव व गंदगी के बीच संक्रामक बीमारियों ने पैर पसारना शुरू कर दिया है। सरकार द्वारा भले ही गाँवों की साफ सफाई व स्वच्छता के लिये सफाई कर्मियों की तैनाती करके करोड़ों रूपये प्रतिमाह खर्च किये जा रहे हो लेकिन नब्बे फीसदी गाँव ऐसे हैं जहाँ पर कभी भी सफाई कर्मी नहीं जाते हैं और। अधिकांश पढ़ें लिखे सफाई कर्मचारियों द्वारा अपने स्थान पर मजदूरों को तैनात कर रखा है और उन्हें प्रतिमाह अपने वेतन से उन्हें मजदूरी देते हैं।
बच्चें करते हैं सफाई:-
गाँवों में सफाई कर्मियों के न जाने से गाँव में गंदगी तो रहती ही है साथ ही स्कूलों की सफाई बच्चों या शिक्षकों को करनी पड़ती है।गाँवों में बनी जल निकासी नालियां सफाई न होने से बरसात शुरू होते ही बजबजाने लगी हैं और उन नालियों की गंदगी व कीड़े वातावरण को प्रदूषित करने लगे हैं।नगर पंचायत मुंडेरा बाजार के वार्ड नंबर 6,10 को ही देखिए विगत कई वर्षों से लगातार अमित वर्मा व मोहल्ले के जनता और अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के तहसील प्रभारी भुवन पति निराला के द्वारा भी कई बार आवेदन पत्र दिए गए पर फिर भी कोई कारवाई नही हुई इसकी जिम्मेदारी पूर्णता रुप से प्रशासन की होगी।
रिपोर्ट: रंजीत जयसवाल
Tags Amit Verma gorakhpur Jalabharu Nagar panchayat Mundera
Check Also
75 गरीब बच्चों को पढ़ाने वाले सब इंस्पेक्टर रणजीत यादव छठवीं बार नई दिल्ली में होंगे सम्मानित
अयोध्या, (जय प्रकाश सिंह)। पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय अयोध्या (Inspector General of Police Office, Ayodhya) में ...