भारत ने बांगलादेश को 2-1 से मात देकर सीरीज को अपने नाम कर लिया है। आपको बता दें कि सीरीज के पहले मैच में भारत को मिली 7 विकेट से करारी हार के बाद लग रहा था कि भारत इस सीरीज को खो देगा मगर अंत भारत के पक्ष में रहा।
इससे पहले भारत की तरफ से श्रेयस अय्यर और केएल राहुल के अर्धशतकों की मदद से भारत ने खराब शुरुआत से उबरकर बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे और निर्णायक टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में रविवार को यहां पांच विकेट पर 174 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया। सलामी बल्लेबाजों की नाकामी के बाद राहुल (35 गेंदों पर 52 रन) और अय्यर (33 गेंदों पर 62 रन) ने तीसरे विकेट के लिये 59 रन की साझेदारी की।
अय्यर ने शुरू में मिले जीवनदान का फायदा उठाकर अपनी पारी में तीन चौके और पांच गगनदायी छक्के लगाये। बांग्लादेश के लिये सौम्या सरकार (29 रन देकर दो) और शफीउल इस्लाम (32 रन देकर दो) सबसे सफल गेंदबाज रहे। भारत ने टास गंवाया और फिर पावरप्ले में दोनों सलामी बल्लेबाज भी गंवा दिये जिन्होंने पिछले मैच में शतकीय साझेदारी निभाकर टीम को शानदार शुरुआत दिलायी थी। रोहित शर्मा दूसरे ओवर में शफीउल इस्लाम की गेंद अपने विकेटों पर खेल गये। यह ओवर मेडन भी रहा।
शिखर धवन (19) पर अब बड़ी जिम्मेदारी थी लेकिन बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने पावरप्ले के आखिरी ओवर में शफीउल की धीमी गति की गेंद को हवा में लहरा दिया जिसे महमुदुल्लाह ने खूबसूरती से कैच में बदला। जल्द ही भारत का तीसरा विकेट भी गिर जाता लेकिन नये बल्लेबाज अय्यर का भाग्य ने साथ दिया जो अमीनुल इस्लाम बिप्लव ने हाथ में आया कैच टपका दिया। राहुल ने शफीउल पर लगातार दो चौके जड़कर शुरुआत की और इसके बाद भी गेंद को सीमा रेखा तक पहुंचाकर पारी संवारने का बीड़ा उठाये रखा। उन्होंने 33 गेंदों पर अपने टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर का छठा अर्धशतक पूरा किया लेकिन इसके तुरंत बाद अल अमीन हुसैन (22 रन देकर एक) की धीमी लेग कटर पर मिड आफ पर कैच दे बैठे। उन्होंने अपनी पारी में सात चौके लगाये।
इस बीच अय्यर ने बिप्लव पर पारी का पहला छक्का लगाया और फिर सौम्या सरकार की गेंद भी छह रन के लिये भेजी लेकिन वह आफ स्पिनर अफीफ हुसैन थे जिन पर उन्होंने लगातार तीन गगनदायी छक्के जड़कर भारतीय रन गति को पंख लगाये। अय्यर ने 27 गेंदों पर टी20 अंतरराष्ट्रीय में अपना पहला अर्धशतक पूरा किया। ऋषभ पंत (नौ गेंदों पर छह रन) फिर से नाकाम रहे। सरकार ने उन्हें बोल्ड करने के बाद इसी ओवर में अय्यर की आकर्षक पारी का भी अंत किया। मनीष पांडे (13 गेंदों पर नाबाद 22) और शिवम दुबे (आठ गेंदों पर नाबाद नौ) डेथ ओवरों में अपेक्षित तेजी से रन नहीं बना पाये।