लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश कार्यालय में महिला सुरक्षा को लेकर एक आपातकालीन बैठक बुलाई गयी जिसमें प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. मसूद अहमद ने उन्नाव सहित प्रदेश भर में हो रही महिला उत्पीडन की घटनाओं को मानवता को शर्मासार करने वाला बताते हुये कहा कि योगी राज में जिस्म के भेड़िये खुलेआम घूम रहे हैं। युवा वृद्व महिलाओं के साथ साथ झांसी और उन्नाव में तीन तीन साल की मासूम बच्चियों के साथ जिस तरह का हैवानियत का नंगा नाच किया है और पुलिस मुकदमा दर्ज करने में हीलाहवाली कर रही है इससे सिद्व होता है कि उ.प्र. में मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में रामराज की आड़ में जंगलराज कायम हो चुका है। उन्नाव काण्ड की पीडि़ता के परिजनों को 2 करोड रूपये मुआवजा तथा फास्ट ट्रैक कोर्ट गठित कर दोषियों को तत्काल फांसी दी जाए। पूर्व विधायक शिवकरन सिंह ने उ.प्र. के सभी जनपदों में बलात्कार सम्बन्धी मामलों की सुनवाई व त्वरित न्याय के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट की मांग की।
दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी द्वारा महिला सुरक्षा के सम्बन्ध में दिये गये निर्देश पर आपातकालीन बैठक में राष्ट्रीय लोकदल ने निर्णय लिया कि प्रत्येक जनपद में 25 युवतियों का महिला सुरक्षा दल गठित किया जायेगा जिसमें आत्मसुरक्षा का प्रशिक्षण देकर युवतियों और महिलाओं को आत्मरक्षा के गुण बतायेगा इस हेतु जूडो कराटे के राज्यस्तरीय प्रशिक्षक उन्नाव जनपद के बसंत सिंह को प्रशिक्षण देने की जिम्मेंदारी सौपी गयी है।
रालोद के सभी जिलाध्यक्षों से तीन दिनों में अपने जनपद की 25 महिलाओं की सूची प्रदेश कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देष दिये गये हैं। बैठक में लिये गये निर्णय की जानकारी देते हुये मीडिया प्रभारी जावेद अहमद ने बताया कि महिला सुरक्षा के सम्बन्ध में राष्ट्रीय लोकदल द्वारा लिये गये निर्णय जमीन पर शीघ्र उतरेंगे। बैठक में अम्बुज पटेल, वसीम हैदर, रमावती तिवारी, प्रीति श्रीवास्तव, अनीता यादव, चन्द्रकांत अवस्थी, एम.ए. आरिफ, अश्वनी प्रताप सिंह, शैलेन्द्र शर्मा, बेला प्रसाद राजवंशी, हरपाल, अनिल वर्मा, अभिषेक बाजपेई आदि लोग मौजूद रहे।