मारुति सुजुकी मारुति सुजुकी महीने में कारों की बिक्री के मामले में पहले नंबर पर रही और इस माह कुल 1,39,133 यूनिट्स कारों की बिक्री हुई। ऐसा नही है कि मारुति सुजुकी पर मंदी का असर नहीं दिखा क्योंकि बिक्री के मामले में पहले नंबर पर रहने के बाद भी इयर ऑन इयर (YoY) नवंबर 2018 की बिक्री के मुताबिक मारुति की कारों में 3.3 परसेंट की गिरावट देखने को मिली।
मंदी के दौर में भी मारुति की कार का बिक्री के मामले में पहले नंबर पर रहना कंपनी के प्रति ग्राहकों का विश्वास और किफायती कीमत है। मारुति की कारों के 8 मॉडल ऐसे हैं जिनकी नवंबर में 10 हजार से ज्यादा कारें प्रति मॉडल बिकी हैं। कई कंपनियों का तो ऐसा हाल भी रहा है कि उनके कुछ मॉडल्स की नवंबर में दहाई की गिनती में बिक्री रही है।
बात करें कि मारुति के किस मॉडल की कार सबसे ज्यादा बिकी तो उसमें स्विफ्ट कार 19,314 यूनिट्स बिक्री के साथ पहले नंबर पर रही। हालांकि नवंबर 2018 में स्विफ्ट की 22, 191 यूनिट्स कारें बिकी थी।
दूसरे नंबर पर रही मारुति की प्रीमियम हैचबैक बलेनो और तीसरे नंबर पर मिड साइज सेडान कार डिजायर। ऑल्टो भी चौथे नंबर रही जिसकी 10,000 से ज्यादा कारों की बिक्री हुई। वैगन आर और विटारा ब्रेजा की 14,650 और 12,033 यूनिट्स कारें बिकीं। बात करें 7वें और 8वें नंबर की तो यहां एस-प्रेसो और ईको रहीं जिनकी 11,220 और 10,162 यूनिट्स कारें बिकीं।
कुछ समय पहले कंपनी ने डीजल कारों का प्रॉडक्शन बंद करने की घोषणा की थी। कंपनी ने यह फैसला BS-6 एमिशन के चलते लिया था। बाद में खबर आई कि मारुति डीजल कारों को बंद करने की योजना पर दोबारा विचार कर रही है। जब कंपनी ने डीजल कारों को बंद करने का फैसला लिया था तो उसका कहना था कि BS-6 के मुताबिक छोटी कारों के डीजल इंजन को अपग्रेड करना महंगा है और इससे कार की कीमतें बढ़ेंगी।
मारुति के अपने इस फैसले पर दोबारा सोचने का कारण बताया जा रहा है कि बाकी कंपनियां छोटी कारों वाले डीजल इंजन को अपग्रेड करने की तैयारी मे हैं। सूत्रों के मुताबिक कंपनी को लग रहा है कि अगर दूसरी कंपनियां इस सेगमेंट में बनी रहीं और वह निकल गई, तो उसके हाथ से अच्छा-खासा मार्केट शेयर चला जाएगा।