लखनऊ/गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी जिलों में धारा 144 लागू करके हर तरह के कार्यक्रमों पर पूरी तरह रोक लगाने का निर्देश दिया है। उन्होंने लोगों को यह बताने का निर्देश दिया है कि किसी की नागरिकता नहीं छीनी जा रही है। सोमवार की देर शाम कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री मुख्य रूप से मऊ, अलीगढ़, लखनऊ, मेरठ व सहारनपुर के अधिकारियों से मुखातिब हुए।
उन्होंने मऊ के डीएम ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी व एसपी अनुराग आर्य के अलावा आजमगढ़ की कमिश्नर कनक त्रिपाठी के कार्यों पर नाराजगी जताई। वो मऊ में उपद्रव व आगजनी की घटना के बाद कर्फ्यू को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा होने पर भी नाराज थे।
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों से कानून-व्यवस्था के सामने पैदा हुई चुनौतियों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मुद्दे पर लोगों का भ्रम दूर किया जाना चाहिए। इससे किसी की नागरिकता नहीं छीनी जा रही है।
उन्होंने बैठकों के नाम पर अफसरों के लखनऊ व दिल्ली जाने की प्रवृत्ति पर भी नाराजगी जताई। मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा बैठकें वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की जाएं।मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जा सकती। विरोध प्रदर्शन की आड़ में हो रही हिंसा पर कड़ी नाराजगी जताते हुए उन्होंने फील्ड में तैनात सभी अफसरों को सुधर जाने की चेतावनी दी।
मुख्यमंत्री ने सभी जोन के एडीजी को फील्ड में निकलकर काम करने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि इंटेलीजेंस के इनपुट के बावजूद फील्ड के अफसरों ने एहतियाती कदम नहीं उठाए। लखनऊ के नदवा कॉलेज में सोमवार को दोबारा हुए बवाल पर उन्होंने जिले के अफसरों से कड़े सवाल पूछे।
रिपोर्ट-रंजीत जायसवाल