नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (NRC) के खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. .दिल्ली जामा मस्जिद के बाहर नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में कांग्रेस नेता अलका लांबा भी पहुंचीं
CAA के खिलाफ जामा मस्जिद के बाहर विरोध प्रदर्शन शुरू. शुक्रवार की नमाज और कुछ संगठनों द्वारा संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शनों का आह्वान करने के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी के उत्तरपूर्वी जिले के कुछ क्षेत्रों में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया, कुछ स्थानों पर भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया है.
काग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने पुलिस द्वारा उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक मुस्लिम परिवार के घर में तोड़फोड़ पर अपनी राय रखी है. उन्होंने कहा, आधे से ज्यादा पुलिस तो हमारी भ्रष्ट है, वो अपना भ्रष्टाचार कैसे मिटाएं. मैं कह रहा हूं बहुत से पुलिस वाले ना कि सब भ्रष्ट हैं. राजनेता लोगों के के प्रति जवाबदेह हैं, उसी तरह सार्वजनिक सेवाएं भी जवाबदेह हैं. जब पुलिस न्यूट्रल कार्य नहीं करती है, तो लोगों को लगता है कि पुलिस संविधान के अनुसार अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रही है.”
प्रकाश सूर्या, डीसीपी नॉर्थ ईस्ट दिल्ली ने बताया कि शुक्रवार की नमाज को देखते हुए पर्याप्त पुलिस बल और अर्धसैनिक बलों की 15 कंपनियां कई इलाको में तैनात की गई हैं. “हम सीलमपुर, जाफराबाद, वेलकम और मुस्तफाबाद क्षेत्रों में फ्लैग मार्च कर रहे हैं. हम लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं.”
CAA: UP में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के 3500 जवान तैनात
यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि राज्य में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के 3500 जवान और PAC के 12,000 जवान शांति बरकरार रखने के लिए तैनात किए गए हैं.
UP के 21 जिलों में इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड
यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने 27 दिसंबर को कहा, ”कानून व्यवस्था पूरी तरह काबू में है. हम रणनीतिक तौर पर फोर्सेज की तैनाती जारी रखेंगे. मामलों की जांच के लिए विशेष जांच दलों का गठन किया गया है. हमने 21 जिलों में इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड की हैं. स्थिति की मांग के हिसाब से इनको बहाल कर दिया जाएगा.”