कर्नाटक की पॉलिटिक्स में मचा घमासान थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। बन चुके हैं व सोमवार को उन्हें विधानसभा में बहुमत साबित करना है। इन सबके बीच समाचार आई है कि कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर केआर रमेश ने रविवार को दल-बदल कानून के तहत 14 व बागी विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया है। इससे पहले भी तीन विधायकों को अयोग्य घोषित किया जा चुका है। 17 विधायकों के अयोग्य करार दिए जाने के बाद कर्नाटक में सत्ता हासिल करने का जादुई आंकड़ा 105 हो गया है। नए समीकरण के मुताबिक भाजपा को सत्ता में बने रहने के लिए अब 105 विधायकों के समर्थन की आवश्यकता होगी। विधानसभा का सीट समीकरण
कर्नाटक विधानसभा स्पीकर केआर रमेश कुमार ने 14 व बागी विधायकों को अयोग्या करार दे दिया है। इनमें 11 कांग्रेस पार्टी व तीन जेडीएस के विधायक शामिल हैं। कर्नाटक में कुल 225 विधानसभा सीटें हैं। इस लिहाज से विधानसभा चुनाव 224 सीटों पर होता है। 17 विधायकों के अयोग्य करार दिए जाने के बाद कर्नाटक विधानसभा में सीटों की संख्या 207 हो जाती है। इस लिहाज से 104 विधायक व एक आरक्षित सीट मिलाकर 105 सीटों का जादुई आंकाड़ा सत्ता हासिल करने के लिए अब महत्वपूर्ण होगा। भाजपा की सीटों पर नजर दौड़ाएं तो उनके पास 105 विधायकों के साथ ही दो निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन हासिल है। ऐसे में भाजपा के लिए सोमवार को फ्लोर टेस्ट पास करना कोई कठिन कार्य नहीं होगा।गौरतलब है कि स्पीकर रमेश कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए बोला कि उनकी पोस्ट के कारण जिस तरह से उनके सहयोगी उन पर दबाव डाल रहे थे, उसने उन्हें डिप्रेशन में डाल दिया है। रमेश कुमार ने कहा, ‘मैंने वादा किया था कि मैं कुछ दिनों में फैसला ले लूंगा, मैं समय सीमा का सम्मान कर रहा था। यह ड्रामा या हेरफेर नहीं है, मैं सज्जन की तरह व्यवहार कर रहा हूं। ‘
रमेश कुमार को स्पीकर का पद खाली करने का संदेश
सूत्रों ने बताया कि रमेश कुमार को बीएस येदियुरप्पा के सोमवार को विश्वास मत साबित करने से पहले स्पीकर का पद खाली करने का संदेश दिया गया है। भाजपा के एक सीनियर नेता ने कहा, ‘अगर स्पीकर खुद त्याग पत्र नहीं देते हैं तो हम उनके विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे। हमारा पहला एजेंडा विश्वास मत जीतना व फाइनेंस बिल को पास करना है। हम स्पीकर के खुद त्याग पत्र देने का इंतजार करेंगे। ‘