लखनऊ ।सिटी मोन्टेसरी स्कूल, महानगर कैम्पस द्वारा आयोजित चार दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय इतिहास एवं नागरिक शास्त्र महोत्सव ‘रिफलेक्शन-2017’ का समापन आज सायं सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में पुरस्कार वितरण के साथ हुआ। रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच सम्पन्न हुए पुरस्कार वितरण समारोह में देश-विदेश के विजयी छात्रों को शील्ड, मैडल व सार्टिफिकेट प्रदान कर पुरष्कृत कर सम्मानित किया। ‘रिफलेक्शन-2017’ की सीनियर वर्ग की ओवरआॅल चैम्पियनशिप पर नवरचना स्कूल, वड़ोदरा की छात्र टीम ने कब्जा जमाया जबकि आर्या माॅडल सीनियर सेकेण्डरी स्कूल, लुधियाना की टीम रनरअप रही। इसी प्रकार ग्वालियर ग्लोरी हाई स्कूल, मध्य प्रदेश की छात्र टीम ने जूनियर वर्ग की चैम्पियनशिप जीतकर अपने ज्ञान विज्ञान का परचम लहराया जबकि गुरूकुल एकेडमी, लखनऊ की टीम रनरअप रही। इससे पहले, मुख्य अतिथि श्रीमती वंदना सहगल, प्रधानाचार्या, आर्किटेक्चर कालेज, लखनऊ विश्वविद्यालय ने समापन समारोह का उद्घाटन किया एवं विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया।
झूमने पर कर दिया मजबूर :-
समापन समारोह में सी.एम.एस. छात्रों ने रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों की सतरंगी छटा बिखेर कर देश-विदेश से पधारे छात्रों, टीम लीडरों व प्रख्यात विशेषज्ञों को झूमने पर मजबूर कर दिया। भारतीय संस्कृति से सराबोर शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों से विदेशी मेहमान गद्गद व प्रफुल्लित दिखाई दिये साथ ही तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा आॅडीटोरियम गूँज उठा। कार्यक्रम का शुभारम्भ सर्व-धर्म व विश्व शान्ति प्रार्थना से हुआ। भारतीय संस्कृति में छिपी अनेकता में एकता को सुन्दर नृत्यों द्वारा मंच पर प्रस्तुत किया गया।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि ‘रिफलेक्शन-2017’ के चैथे व अन्तिम दिन आज प्रातःकालीन सत्र में इण्टरनेशनल हिस्ट्री ओलम्पियाड का फाइनल राउण्ड (क्विज) आयोजित किया गया, जिसमें प्रथम व द्वितीय राउण्ड के उपरान्त चयनित सर्वश्रेष्ठ 10 छात्र टीमों ने अपने ज्ञान का प्रदर्शन किया। प्रतिभागी छात्रों के ज्ञान-विज्ञान का प्रदर्शन देखने हेतु पूरा आॅडिटोरियम खचाखच भरा था और छात्रों ने भी बिजली की गति से सवालों के जवाब देकर दर्शकों को निराश नहीं किया। विदित हो कि ‘रिफलेक्शन-2017’ में श्रीलंका, नेपाल, बांग्लादेश व देश के कोने-कोने से पधारे लगभग 500 छात्रों ने जोरदार भागीदारी की एवं अपने इतिहास एवं नागरिक शास्त्र के ज्ञान का भरपूर प्रदर्शन किया। इन छात्रों ने दिखा दिया कि शान्ति व एकता से परिपूर्ण विश्व समाज हेतु हमें विगत की गलतियों से सबक लेना होगा एवं नवीन विश्व समाज की परिकल्पना को मूर्तरूप देना होगा।