ऑस्ट्रेलिया (Australia) के जंगलों में नवंबर 2019 के अंत में शुरू हुई आग ने हाल के कुछ दिनों में काफी तबाही मचाई है. विभिन्न देशों के दमकलकर्मी आग बुझाने के लिए ऑस्ट्रेलिया के तीन राज्यों में जुटे हैं. हालांकि प्रयासों के बावजूद और ज्यादा गरमी की वजह से उन्हें इस पर काबू पाने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.
रेटिंग एजेंसी मूडीज (Rating agency moody’s) के अनुमान के मुताबिक जंगलों की आग से ऑस्ट्रेलिया को 4.4 अरब डॉलर (करीब 31 हजार करोड़ रुपए) का नुकसान होने का अनुमान है. मूडीज की इकोनॉमिस्ट कैटरीना एल के अनुमान के मुताबिक इस आग से ऑस्ट्रेलिया की अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हो सकता है. वहीं इस आग से टूरिज्म-फार्मिंग सेक्टर के होने वाले नुकसान का असर देश की अर्थव्यवस्था पर और अधिक पड़ेगा.
पहले भी लग चुकी है इस तरह की आग
यह पहली बार नहीं है जब जंगलों में इस तरह की आग लगी हो. 2019 में अमेजन (Amazon) के जंगल की आग में न्यू साउथ वेल्स में क़रीब नौ लाख हेक्टेयर का नुक़सान हुआ था. 2018 में कैलिफॉर्निया (California) की आग में 8 लाख हेक्टेयर का नुक़सान हुआ था, लेकिन इस बार की आग से वर्ष 2009 में लगी इसी तरह की आग का रिकॉर्ड टूट सकता है.
पिछले वर्ष से अभी तक काबू नहीं पाया जा सका
फरवरी 2009 में ऑस्ट्रेलिया में लगी सबसे घातक आग को ‘काला शनिवार’ माना जाता है. इस आग में विक्टोरिया में 180 लोग मारे गए थे और आग से कुल 4.5 लाख हेक्टेयर जमीन जली थी, जिससे अर्थव्यवस्था को 31 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था. मगर ऑस्ट्रेलिया में इस बार लगी आग आमतौर पर लगने वाली जंगल की आग से कहीं अधिक विशाल बताई जा रही है. कहा जा रहा है कि अभी जंगलों की आग से पैदा हुई गरमी आग बुझने के बाद भी रह सकती है. वहीं इस बार लगी आग में 84 लाख हेक्टेयर जमीन जल चुकी है और 25 लोग इसकी जद में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं.