· कई फ़ॉर्मेट में बनी बच्चों की प्रोग्रैमिंग
· इसे आप देख सकते हैं 20 से 30 जुलाई तक
· इसमें हैं थिएटर, संगीत, नृत्य, वर्कशॉप और भी बहुत कुछ
मुंबई। नीता अंबानी का सपना है कि हम कला और संस्कृति को उसके सर्वश्रेष्ठ रूप में अगली पीढ़ी तक पहुंचाएं और उसी सपने को साकार करने की ओर बढ़ते हुए नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर (Nita Mukesh Ambani Cultural Center) पेश कर रहा है ‘एनएमएसीसी बचपन’। 2 से 14 साल की उम्र के बच्चों के लिए इसे बनाया गया है।
जब बच्चे बड़े हो रहे होते हैं तो सीखना और क्रिएटिविटी का विकसित होना कैसे होता है? खेल-खेल में बच्चे कला और संस्कृति से कैसे प्रेरित होते हैं और सीखते हैं? ऐसे ही कुछ सवालों से जन्मा है-‘एनएमएसीसी बचपन’ जहाँ बच्चे और उनके माता-पिता, सब हिस्सा ले सकते हैं।
रिलायंस डिजिटल पेश करते हैं ‘डिजिटल इंडिया सेल’ आकर्षक छूट और ऑफर के साथ
‘एनएमएसीसी बचपन’ 11 दिन तक चलनेवाला एक उत्सव है जिसकी शुरुआत की घोषणा करते हुए मुझे बेहद खुशी हो रही है। दिल की बात हो या दिमाग की, खेल की या सीखने की-मुझे लगता है कि कला और संस्कृति पर आधारित ‘एनएमएसीसी बचपन’ के शो, वर्कशॉप और कई तरह की प्रोग्रैमिंग आपके लिए एक आनंददायक अनुभव होने के साथ-साथ बच्चों को नई प्रेरणा देंगे। आइए एनएमएसीसी बचपन में क्रिएटिविटी और बचपन का ये उत्सव हम सब साथ मिलकर मनाएँ।“ इन शब्दों के साथ श्रीमती नीता अंबानी ने परिवारों को ‘एनएमएसीसी बचपन’ साथ मिलकर मनाने का न्यौता दिया।
‘द स्टूडियो थिएटर’, द क्यूब और सेंटर के ऐसे कई विशेष स्थानो में 20 जुलाई से शुरू होकर 11 दिनों तक 2 से 14 साल तक के बच्चे शो और कई अन्य तरह के कार्यक्रमों का हिस्सा बन सकेंगे। इनमें होंगे भारत के मिथक, विज्ञान का एक शो जिसमें आप भी हिस्सा ले सकते हैं, साथ ही होगा गीत-संगीत के सेशन, नृत्य और सर्कस का मिला-जुला रूप, स्थानीय नाटक, आप कला और टेक्नॉलोजी के अदभुत संगम का भी अनुभव कर सकेंगे। ग्रैंड थिएटर में होगा ‘पॉ पेट्रोल’।
आर्ट हाउज़ में टॉयलेट पेपर की प्रस्तुति “रन एज़ स्लो एज़ यू कैन” और भी बहुत कुछ जो आपके अंदर कला और संस्कृति के प्रति प्रेम की अग्नि को पैदा करेंगे। ‘फ़ैबलैब शो’ लेकर आ रहा है साइंस रोबॉट में एक अलग होस्ट, जिसका नाम है चिप’। ‘क्लासिकल इंडियन टेल्स’ जो देश भर ही नहीं, हमारे लिए दुनिया भर में फैली लोक-कथाओं को नए रूप में प्रसतुत करेंगे. गुरुदेव रबीन्द्र नाथ टैगोर की सदाबहार कहानी ‘काबुलीवाला’ की दिल छू लेनेवाली भाव विभोर कर देनेवाली प्रस्तुति भी आप देख सकेंगे।
‘लिल स्वदेश किलकारी एडिशन’ में आनंद लीजिए कला और संस्कृति से जुड़ी इमर्सिव प्रोग्रैमिंग का। इसमें बच्चों को परंपरागत कला का जीवंत रूप दिखेगा क्रोशे खिलौनों, कठपुतलियों और देश में खेले जानेवाले कई खेलों में। ‘किलकारी एडिशन’ बच्चों को अपनी जड़ों से जोड़ने का एक अद्भुत प्रयास है।
‘एनएमएसीसी बचपन’ एक इमर्सिव और कई तरह के फ़ॉर्मेट में की गई प्रोग्रैमिंग है। बच्चे खुल भी खुलकर इसका आनंद उठा सकेंगे और वो देखेंगे थिएटर, वर्कशॉप, कला-संस्कृति से जुड़े कार्यक्रम। कल्चरल सेंटर की प्रोग्रैमिंग में आनेवाले कई वर्षों तक आप इन कार्यक्रमों की छाप देख सकेंगे। टिकिट शुरू होते हैं 250 रुपए से। आप टिकिट http://nmacc.com या फिर http://bookmyshow.com पर बुक कर सकते हैं।