बाराबंकी। तहसील रामसनेही घाट के अन्तर्गत ग्राम पूरे सुब्बा मजरे खरिका फूल थाना असन्द्रा के निवासी त्रिभुवन दत्त की गैर मौजूदगी में एक पक्षीय कार्यवाही करते हुए थाना प्रभारी असन्द्रा ने दर्जनों सिपाही के साथ हल्का दरोगा राजकरन सिंह की मौजूदगी में सहन की विवादित भूमि पर बिना किसी आदेश के बाहरी लोगों को बुलवाकर आनन फानन में खड़ंजा का निर्माण बीती 29 अप्रैल को करवा दिया।
जबकि खण्ड विकास अधिकारी बनींकोडर ने 27 अप्रैल को अपने आदेश से सहन की विवादित निजी भूमि पर निर्माण कार्य ना कराने के आदेश दिये थे। असन्द्रा थाना पुलिस खड़ंजा निर्माण को रोकने के बजाय पीड़ित त्रिभुवन दत्त से स्टे मांगती रही और एक पक्षीय कार्यवाही कराती रही।
खड़ंजा के अवैध निर्माण में एक ऐसे व्यक्ति का सहारा लिया गया जो अवैध कब्जा कराने का ठेकेदार है। उस व्यक्ति विशेष और उसके समर्थकों का नाम 107/116 की कार्यवाही में ना होना असन्द्रा पुलिस की कार्यवाही पर सवालिया निशान खड़े करता है।
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वहीं दूसरी तरफ सीधे-साधे ग्रामवासियों पर कार्यवाही कर/कानून पाबंद कर पुलिस द्विपक्षीय कार्यवाही का राग अलाप रही है। जबकि कई शिकायती प्रार्थना पत्र खड़ंजा लगने से पूर्व त्रिभुवन दत्त ने थानाप्रभारी के साथ-साथ उच्च अधिकारियों को दिये, तब 107/116 की कार्यवाही क्यों नहीं की गई? जाहिर है, इसके पीछे स्थानीय थाना पुलिस की मंशा न्यायायिक कार्य में बाधा पहुंचाना और लोगों में वर्दी का रौब स्थापित करना था।
रिपोर्ट-अरविन्द शुक्ला