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खनन पर रोक लगा पाने में प्रशासन विफल

बहराइच. जिले के रिसिया मोड़ पर सरयू व घाघरा किनारे अवैध खनन का काम बदस्तूर जारी है। रोज सुबह से गुलजार हो रही हैं खनन माफियाओं की इस मंडी पर लगाम लगा पाने में जिला प्रशासन बिलकुल ही अक्षम साबित हो रहा है। भोर होते ही इन तटों पर खनन करने वाले मजदूरों, ट्रैक्टर-ट्राली व ट्रकों की आवाजाही शुरू हो जाती है। नदी के किनारों के अलावा खेतों में भी अवैध खनन बेखौफ ढंग से किया जा रहा है। देर रात तक अवैध खनन कार्य से लगता है मनो धरती के सीने को चाक करने का अवैध काम करने वालों पर किसी का खौफ ही नहीं है।

जानकारी के मुताबिक रामगांव थाना क्षेत्र स्थित सरयू नदी और गोंदौरा नाला खनन माफियाओं के लिए वरदान बना हुआ है। गम्भीरवा पुलिस चौकी से महज एक किमी की दूरी पर स्थित गोड़ियनपुरवा गांव के निकट नदी के किनारे अवैध बालू खदान का कारोबार आसानी से देखा जा सकता है। लेकिन खनन माफियाओं को प्रशासन व पुलिस का तनिक भी खौफ नही है। तभी तो दिन हो या रात बालू खनन का काम लगातार जारी रहता है। रायपुर के गोड़ियनपुरवा व भोगाजोत में अवैध बालू खनन का कारोबार अर्से से फल-फूल रहा है। शिकवा-शिकायत करने वालों को खनन माफिया धमकाते भी रहते हैं। लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पुलिस की सांठगांठ से धरती का सीना चाक किया जा रहा है। बंधी-बंधाई रकम खनन माफिया पहुंचा रहे हैं। गोड़ियनपुरवा के पास तो खनन माफियाओं ने मंडी तक बना रखी है। यह मंडी जिला मुख्यालय से नानपारा मार्ग पर 14 किमी की दूरी पर बभनी पुल से पहले गंभीरवा जाने वाले रास्ते पर मात्र एक किमी अंदर जाने पर कहारनपुरवा गांव के करीब गोड़ियनपुरवा गांव के किनारे आसानी से देखी जा सकती है। यहाँ बालू के ऊंचे-ऊंचे ढेर लगे रहते हैं, लेकिन गंभीर प्रशासन को इसकी भनक तक नही है। मजदूरों के पल-पल चल रहे फावड़े और ट्रैक्टर-ट्रालियों पर लादी जा रही बालू जिम्मेदार लोगों की निष्क्रियता की पुष्टि करने के लिए काफी हैं। वैसे तो एडीएम विद्या शंकर कहते हैं कि अवैध खनन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। बिना अनुमति के खनन करना अवैध है। लेकिन उनके इस दावों की पोल यहां सजी खनन माफियाओं की मंडी खोलने के लिए काफी है।

रिपोर्ट-फ़राज़ अन्सारी

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