लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने प्रधानमंत्री के संदेश को गाल बजाने वाला करार देते हुए कहा है कि देशव्यापी कोरोना संकट से निपटने की जिम्मेदारी को नकार कर कोरोना काल के इस संकट का पूरा बोझ राज्य और आम जनता पर डाल दिया हैं जब लोग ऑक्सीजन की कमी, जीवन रक्षक दवाइयां और टीके के अभाव और कालाबाजारी से जूझ रहे हैं उन्हें यहां तक बताना गवारा नहीं है कि इस स्वास्थ्य आपातकाल से निपटने के लिए केंद्र सरकार की क्या तैयारियां हैं।
एक बयान में उन्होंने कहा है, कोरोना काल में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है इस महामारी के दौरान भाजपा सरकार का कोई भी तंत्र मंत्र काम नहीं कर रहा है जिंदगीया दम तोड़ ही हैं लोग तड़प कर मर रहे हैं इस अमानवीय स्थिति में भी दबाव ऑक्सीजन वेंटिलेटर और बेड की आपूर्ति के बहाने कुछ लोग कालाबाजारी में जुट गए हैं देश भर में स्वास्थ्य व्यवस्था ध्वस्त है ।
सुनील सिंह ने कहा है कि कोरोना की इस दूसरी सुनामी लहर ने फिर से अप्रवासी मजदूरों को घर वापसी तेज कर दी है तथा करोड़ों लोग अपनी आजीविका खोकर भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं लाखों लोगों ने अपने परिजनों को खोया है लेकिन प्रधानमंत्री के संदेश में एक लोगों के प्रति न कोई हमदर्दी है ना संविदा और नहीं राहत पैकेज की कोई मरहम पट्टी सुनील सिंह ने कहा है कि कोरोना को लेकर पिछले एक साल से केंद्र की सरकार जुमलेबाजी की जा रही थी उसका विज्ञापन अब सामने आ गया है जो कि सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने की कोई कोशिश ही नहीं की गई तथा जन स्वास्थ्य के क्षेत्र में केवल निजीकरण की नीतियों को ही बढ़ावा दिया गया नतीजा इस संकट की आड़ में ‘आज कार्पोरेट हॉस्पिटल आम जनता को लूट कर अपना मुनाफा बढ़ाने में व्यस्त हैं।’
सुनील सिंह ने कहा है कि टीकाकरण की नीति को लागू करने के बजाय अब भाजपा संघ की नीति और प्रधानमंत्री का संदेश अब देश की जनता आत्म निर्भर रहने के लिए बात कर रही है आंखों में आंसू निर्भरता हासिल करने के बजाय पहले तो मोदी सरकार सस्ते स्वदेशी टिको को दूसरे देशों को बेचने व वितरित करने में लगी रही और अब आम जनता को महंगे विदेशी चीजों को खरीद कर लगाने के लिए कह रही है
सुनील सिंह ने देश के मौतों के आंकड़ों को केंद्र सरकार छुपाने का काम कर रही है अपने गुनाहों पर पर्दा डाल रही है सुनील सिंहने केंद्र सरकार से यह मांग की है कि निंदा और आलोचनाओं के बजाय संकट का समाधान करने की अपेक्षा की है।