दक्षिण चीन सागर से लेकर लद्दाख तक दादागिरी दिखा रहे चीन के अंतरिक्ष में बढ़ते मंसूबे पर अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के प्रमुख ने चेतावनी दी है। चीन एक सैन्य कार्यक्रम के हिस्से के रूप में चंद्रमा पर ‘अधिग्रहण’ कर सकता है।चीन ने पिछले एक दशक में अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम की गति तेज कर दी है, जिसमें चंद्रमा की खोज पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
चीन ने 2013 में अपनी पहली चंद्र रहित लैंडिंग की और इस दशक के अंत में अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर भेजने के लिए पर्याप्त शक्तिशाली रॉकेट लॉन्च करने की उम्मीद करता है।
नासा के प्रशासक ने जोर देकर कहा कि चीन साल 2035 तक चंद्रमा पर अपने स्टेशन का काम पूरा कर सकता है और इसके एक साल बाद अपने प्रयोग शुरू कर सकता है।
नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने शनिवार को प्रकाशित एक साक्षात्कार में जर्मन अखबार बिल्ड को बताया, “हमें बहुत चिंतित होना चाहिए कि चीन चंद्रमा पर उतर रहा है और कह रहा है ‘यह अब हमारा है और आप बाहर रहें’।” नेल्सन ने दावा किया कि हमें निश्चित रूप से चीन के चंद्रमा पर उतरने, उसे चीन का घोषित किए जाने और दुनिया के अन्य देशों को उससे दूर रहने के ऐलान को लेकर बहुत ज्यादा चिंतित होना चाहिए।