घोसी विधानसभा सीट उपचुनाव की मतगणना में समाजवादी पार्टी की लगातार बढ़त बरकरार है। 23वें चक्र की मतगणना के बाद सपा के सुधाकर सिंह को 88701 और भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह को 60712 मत मिले। अब तक कुल एक लाख 56 हजार 990 वोटों की गिनती हो चुकी है। सुधाकर सिंह 27 हजार 989 मतों से आगे चल रहे हैं। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने घोसी उपचुनाव में अब तक आए नतीजों पर पार्टी उम्मीदवार सुधाकर सिंह को बधाई देते हुए ट्विटर पर एक पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा, घोसी की जनता व विजयी प्रत्याशी सुधाकर सिंह को अनंत बधाई और घोसी के सुनहरे भविष्य की शुभकामनाएं। घोसी में जनता की बड़ी सोच की जीत हुई है।
घोसी विधानसभा सीट उपचुनाव की मतगणना में समाजवादी पार्टी की बढ़त बरकरार है। सपा महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने इसको लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा दि समाजवादी पार्टी जिंदाबाद, अखिलेश यादव जिंदाबाद।
घोसी उपचुनाव में मिली करारी हार के बाद सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर के सुर बदले नजर आए। हार की मायूसी चेहरे पर साफ दिखी। उन्होंने कहा कि जो कमी रह गई है, उसकी समीक्षा करेंगे और 2024 का लोकसभा चुनाव पूरे दमखम के साथ लड़ेंगे।
काउंटिंग एजेंट बने भाजपा जिलाध्यक्ष प्रवीण गुप्ता ने मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में सपा पर चुटकी ली। उनसे जब पूछा गया कि सपा तो अभी से जीत का जश्न मना रही है तो उन्होंने कहा कि सपा की आदत है शुरू में जश्न मनाने की और हल्ला मचाने की। बाद में जीतती भाजपा ही है और यहां भी भाजपा के प्रत्याशी दारा सिंह चौहान की बड़ी जीत होने जा रही है। अभी तो शुरुआती रुझान ही है।
यूपी के लोगों की निगाहें घोसी के चुनाव परिणामों पर लगी हुई हैं। एक तरह से यह इंडिया और एनडीए गठबंधन की परीक्षा होगी। इन चुनावों के ठीक पहले विपक्ष ने इंडिया के नाम से नया गठबंधन बनाया है। दूसरी तरफ सपा के साथ पिछला विधानसभा चुनाव लड़ने वाले ओम प्रकाश राजभर बीजेपी के खेमे में लौट आए हैं। तो इस तरह से यह इंडिया और एनडीए गठबंधन की परीक्षा भी होगी। ओम प्रकाश राजभर उस इलाके में कितने मजबूत हैं यह चुनाव इस बात की भी परीक्षा देगा।
दारा सिंह के इस्तीफे से खाली हुई सीट
यह सीट सपा विधायक दारा सिंह चौहान के इस्तीफे से खाली हुई थी। दारा सिंह चौहान ने सपा से इस्तीफा देकर बीजेपी ज्वाइन कर ली थी। बीजेपी ने उन्हें ही अपना उम्मीदवार बना दिया था। दूसरी ओर सपा ने सुधाकर सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया था।
रालोद और कांग्रेस का समर्थन
इन चुनावों में सीधी टक्कर सपा और बीजेपी के बीच में है। कांग्रेस और रालोद ने सपा को समर्थन देने की घोषणा की है। इन्होंने अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। हालांकि कांग्रेस का कोई बड़ा नेता इन चुनावों में प्रचार करने के लिए नहीं गया है।
बसपा ने कहा नोटा दबाएं
सबसे चौंकाने वाला रुख बसपा का रहा है। बसपा ने अपने वोटरों को संबोधित करते हुए कहा है कि वह वोट देने ना जाएं। यदि जाते भी हैं तो नोटा का बटन दबाएकर आएं।
सीओ की ड्यूटी ना लगाने की मांग
सपा अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से पुलिस सीओ की ड्यूटी घोसी में मतगणना स्थल पर नहीं लगाये जाने की मांग की है। उन्होंने ज्ञापन देकर कहा कि अल्पसंख्यकों को मतदान से रोकने, समाजवादी पार्टी समर्थक मतदाताओं पर बल प्रयोग करने और उनकी पिटाई करने के आरोपी विनीत सिंह के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि सीओ की मतगणना स्थल पर मौजूदगी रहने पर मतगणना निष्पक्ष नहीं हो सकेगी।