भाजपा के एक विधायक ने थाने में बुधवार को पुलिसकर्मियों की तरफ से कथित तौर पर उनकी पिटाई किए जाने का आरोप लगाया है. विधायक राजकुमार सहयोगी की थाने में पिटाई की खबर फैलते ही सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता घटना के विरोध में थाने पर जमा हो गए. इगलास विधानसभा सीट से भाजपा विधायक सहयोगी सत्ताधारी दल से संबद्ध एक व्यक्ति के खिलाफ दायर मामले के सिलसिले में गोंडा थाने गए थे.
इस पूरे मामले में सख्त ऐक्शन लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने थानाध्यक्ष को सस्पेंड करने के आदेश दिए हैं. इसके अलावा एएसपी (ग्रामीण) का स्थानांतरण किया जा रहा है. अलीगढ़ के आईजी से इस संबंध में शुक्रवार तक रिपोर्ट मांगी गई है.
विधायक राजकुमार सहयोगी का आरोप है कि जब वो थाने गए तब एसएचओ सहित तीन पुलिस अधिकारियों ने उनके साथ मारपीट की. सहयोगी ने मीडियाकर्मियों को बताया कि दो अगस्त को पार्टी के कार्यकर्ता रोहित वार्ष्णेय की संपत्ति विवाद को लेकर सलीम नाम के व्यक्ति ने पिटाई कर दी थी. सलीम के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज किया गया था. हालांकि, इसी घटना को लेकर कुछ दिन बाद रोहित के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया गया और जब रोहित इसका विरोध करने गया तो थाने पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उनसे कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया.
सहयोगी ने कहा कि रोहित विश्व हिन्दू परिषद के सक्रिय सदस्य हैं और उनके खिलाफ बेवजह मामला दर्ज किया गया है. हालात तनावपूर्ण हैं और गोंडा थाने पर अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया है. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी स्थिति को संभालने के लिए पहुंच गए हैं. किसी पुलिस अधिकारी ने कोई बयान नहीं जारी किया लेकिन स्थानीय पुलिसकर्मियों ने संवाददाताओं को बताया कि विधायक ने पुलिस के साथ कथित तौर पर बदसलूकी की, जिसके बाद उनका थाना प्रभारी अनुज कुमार सैनी सहित पुलिस अधिकारियों के साथ झगड़ा हो गया.
हालांकि, सहयोगी ने इस बात से इन्कार किया कि उन्होंने थाने में किसी से बदसलूकी की है. स्थिति शांत कराने के लिए अलीगढ़ से भाजपा के लोकसभा सांसद सतीश गौतम सहित जिले के शीर्ष भाजपा नेता और वरिष्ठ पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी बातचीत कर रहे हैं.