लखनऊ। जीवनदायिनी स्वास्थ्य विभाग 108,102 एम्बुलेंस कर्मचारी संघ उ. प्र. के कर्मचारी समायोजन की मांग को लेकर आज से इको गार्डन में कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करते हुए धरने पर बैठे हैं। संघ के अध्यक्ष हनुमान पाण्डेय का कहना है कि जब तक इन कर्मचारियों को समायोजित नहीं किया जाएगा या शासन की तरफ से लिखित आश्वासन नहीं दिया जाएगा तब तक हम सभी प्रदर्शन करते रहेंगे।
संघ के अध्यक्ष हनुमान पाण्डेय, प्रदेश महामंत्री बृजेश कुमार व प्रदेश कोषाध्यक्ष सुशील पाण्डेय आदि ने कल प्रेस कान्फ्रेंस करके चेतावनी दी थी कि प्रशासन की लापरवाही के चलते इस कोरोना काल में बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हो जायेंगे। एम्बुलेंस सेवा में लगे कर्मचारियों को कोरोना योद्धा सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है। वे सभी आज बेरोजगार होने जा रहे हैं। संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि जिम्मेदार विभाग इस पर भी कोई कार्यवाही नही करता है तो वे हड़ताल कर कोरोना योद्धा सम्मान को आग लगाने का काम करेंगे।
संघ के अध्यक्ष हनुमान पाण्डेय का कहना है कि राजस्थान, मध्यप्रदेश और उडीसा से ब्लैकलिस्ट हुई कंपनी जिकित्जा हेल्थ केयर लिमिटेड को उत्तर प्रदेश में करोड़ो रुपये का ठेका दे दिया गया। खास बात यह है कि यूपी में करोड़ो रुपये का वेंटिलेटर युक्त एएलएस एम्बुलेंस सेवा का ठेका पानी वाली कंपनी राजस्थान में सीबीआई जांच का सामना भी कर रही है। उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग में करोड़ो का ठेका पाने वाली एक निजी कंपनी ने नियम और कायदे को दरकिनार करते हुए पुराने पैरामेडिकल स्टाफ और ड्राइवरों को हटा कर नई भर्ती का विज्ञापन निकाला है।
विज्ञापन में ईएमटी/पैरामेडिक, काॅल सेंटर एग्जीक्यूटिव, क्लस्टर लीडर/सुपरवाइजर, मेंटिनेंस एग्जीक्यूटिव एवं सुपरवाइजर व ड्राइवर की भर्ती निकाला गया। खास बात यह है कि इस विज्ञापन में कंपनी ने खेल किया। किस पद के कितना वेतन मिलेगा, किस पद के लिये कितने कर्मचारी नियुक्त किये जाएंगे यह जानकारी नहीं दी गई ताकि कंपनी भर्ती के नाम पर करोड़ो रुपये के वारे न्यारे कर सके।