लखनऊ। अब इसे जाति और धर्म की राजनीति कहेंगे, जिसकी वजह से उत्तर प्रदेश में आज तक एक भी मुख्यमंत्री ऐसा नहीं हुआ जो मुस्लिम समाज से जुड़ा हो। कहीं न कहीं यह एक तथ्यातमक सत्य भी है। लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह का मानना है कि सूबे में मुस्लिम मतदाताओं की तदाद 20 फीसदी है। फिर भी आज तक उत्तर प्रदेश में एक भी राष्ट्रभक्त मुस्लिम मुख्यमंत्री नही बन पाया है।
“पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह थे किसानों के मसीहा”-सुनील सिंह
बुुुुुुुधवार को लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आज एआईएमआई, आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियो से मुलाक़ात और गहन मन्त्रणा की है। इस मुलाक़ात के बाद उन्होने कहा कि,“देश के पूर्व प्रधानमंत्री किसानो के मसीहा स्व. चौधरी चरण सिंह सदैव पिछड़े किसानों और मुस्लिमों का गठजोड़ बना कर सर्व समाज के हितों की अगुवाई करते रहे।” सुनील सिंह का कहना था कि अब समय आ गया है कि सूबे में अगला मुख्यमंत्री प्रदेश के शोषितो, वंचितो, किसानों, मुस्लिमों के मतों के बल बूते बने। चौधरी सुनील सिंह ने सभी दलों से सवाल किया है कि- “मुख्यमंत्री बनने वाले दलो में सपा, बसपा, कांग्रेस के लोग क्या किसी राष्ट्रभक्त मुस्लिम चेहरे को मुख्यमंत्री बनाएंगे? यदि नही तो क्यो??