प्रयागराज: प्रयागराज जंक्शन पर सोमवार को भारी भीड़ बढ़ गई। जंक्शन पर खड़े होने तक की जगह नहीं बची। यात्रियों को प्रवेश स्टेशन के भीतर रोकना पड़ा। लगातार बढ़ रही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे की ओर से महाकुंभ मेले में दूसरे दिन भी एनाउंस कराया गया कि प्रयागराज जंक्शन जाने वाले यात्री एक घंटे बाद ही जाएं, क्योंकि जंक्शन पर भारी भीड़ हो गई है।
मेला क्षेत्र में हुए एनाउंसमेंट के बाद जानसेनगंज चौराहा भी जंक्शन पर जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ से भर गया। इस दौरान जिसे जहां जगह मिली, वह वहीं बैठ गया। भीड़ बढ़ता देख रेलवे ने काफी देर तक जंक्शन में यात्रियों को स्टेशन के बाहर ही रहना पड़ा। स्टेशन से यात्रियों के गंतव्य के लिए रवाना होने के बाद दूसरे यात्रियों को अंदर प्रवेश दिया जाता रहा। यात्रियों को गंतव्य स्थान पर भेजने के लिए प्लेटफाॅर्म पर एक के बाद एक स्पेशल ट्रेन लगाई जाती रही।
26 हजार से ज्यादा आरक्षित टिकट हुए निरस्त
शहर में लगे जाम की वजह से शनिवार को लंबी दूरी की ट्रेनों को पकड़ने के लिए यात्री समय से रेलवे स्टेशन नहीं पहुंच सके। इस वजह से शनिवार को 26,357 यात्रियों के आरक्षित टिकट निरस्त हुए। इसकी एवज में रेलवे को 2.33 करोड़ रुपये का रिफंड सिर्फ प्रयागराज क्षेत्र में ही देना पड़ा। समूचे प्रयागराज मंडल में 15 फरवरी को 57,524 यात्रियों के आरक्षित टिकट निरस्त हुए। इस दौरान 5.04 करोड़ का रेलवे ने रिफंड दिया।
रेलवे स्टेशनों पर मौनी अमावस्या वाला इमरजेंसी प्लान किया लागू
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात भगदड़ के बाद प्रयागराज जंक्शन समेत शहर के सभी स्टेशनों पर मौनी अमावस्या वाला इमरजेंसी प्लान लागू किया गया है। प्लेटफाॅर्म पर भीड़ एकत्रित न हो, इसके लिए ज्यादा से ज्यादा स्पेशल ट्रेन चलाने का फरमान जारी हुआ है। रेलवे अफसरों ने 28 फरवरी तक किसी भी तरह की ढिलाई न बरतने की बात कही है। अधिकारियों का कहना है कि ऑन डिमांड ट्रेनों का ही संचालन होगा। इस बीच रविवार को देर शाम तक 117 स्पेशल ट्रेनों चलाई गईं।