असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के एक और नेता भड़काऊ बयान दिया है। इस बार एआईएमआईएम विधायक मुफ्ती मोहम्मद इस्माईल ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए आपत्तिजनक टिप्पणी की है। गौरतलब है कि नेताओं के भड़काऊ बयान पर सुप्रीम कोर्ट पहले ही नाराजगी जता चुका है।
मालेगांव में मुफ्ती मोहम्मद इस्माईल ने आपत्तिजनक बयान देते हुए कहा,’ शहर में गोलीबारी की एक घटना हुई। एफआईआर क्यों नहीं हुई? विभाग को ध्यान रखना चाहिए कि यदि हम शांति बनाए रखना जानते हैं, तो हम ये भी जानते हैं कि शांति कैसे जाती है। हमने चूड़ियां नहीं पहन रखी हैं।’
अपने बयान पर सफाई देते हुए मुफ्ती मोहम्मद इस्माईल ने कहा कि मैंने इसे अपने शहर के संदर्भ में कहा था। यह महाराष्ट्र या भारत से जुड़ा बयान नहीं है। फायरिंग जो हमारे लोगों (एआईएमआईएम के रिजवान खान के घर पर) के करीब हो रही थी, इस संदर्भ में मैंने कहा कि हम शांति बनाए रखने में विभाग की मदद करते हैं, अगर हम इसे रोकते हैं तो शांति बाधित होगी।
यह पहला ऐसा अवसर नहीं है जब ओवैसी की पार्टी के नेता ने ऐसा बयान दिया हो। इससे पहले वारिस पठान ने पिछले दिनों नागरिकता संशोधन कानून 2019 (सीएए) के खिलाफ विरोध रैली में कहा था कि 15 करोड़, 100 करोड़ पर भारी पड़ेंगे। इसे लेकर काफी हंगामा बरपा और उनकी काफी आलोचना हुई। इसके बाद उन्हें अपना बयान वापस लेना पड़ा।