लखनऊ। ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग में आज दिल्ली विश्वविद्यालय के ज़ाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज के प्रो जाफर अहरारी ने उर्दू विभाग के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों से चर्चा की। प्रो अहरारी जाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज में उर्दू विषय के प्रोफेसर एवं विभाग के विभागाध्यक्ष हैं। उनकी कई किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं।
उन्होंने बताया कि उर्दू की तरक्की में दो संस्थाओं का बहुत योगदान रहा है जिसमें एक कोलकाता का फ़ोर्ट विलियम कॉलेज है और दूसरा दिल्ली का दिल्ली कॉलेज। दोनों ही संस्थाएं अंग्रेजों ने स्थापित की थी लेकिन दोनों का उद्देश्य बहुत अलग था।
फोर्ट विलियम कॉलेज का उद्देश्य अंग्रेज़ी अधिकारियों को हिंदुस्तानी जबान में दक्ष बनाना था ताकि वह प्रशासनिक कार्यों को बेहतर तरीक़े से कर सकें। वहीं दिल्ली कॉलेज का उद्देश्य हिंदुस्तानियों को उनकी भाषा में साइंस, टेक्नॉलजी और मैथमेटिक्स की शिक्षा प्रदान करना था जो एक बड़े बदलाव का प्रयास था।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता उर्दू के विभागाध्यक्ष प्रो फखरे आलम ने की। प्रो सौबान सईद ने स्वागत भाषण दिया एवं डॉ आज़म अंसारी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ अकमल शादाब ने किया। कार्यक्रम में उर्दू विभाग के विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।