लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता सुरेंद्रनाथ त्रिवेदी ने कहा कि उप्र के चुनाव होने वाले हैं और भारतीय जनता पार्टी की ओर से पाकिस्तान और चीन की पुनः अनायाश चर्चाएं शुरू हो गयी हैं। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के समय माननीय प्रधानमंत्री रैली के मंच पर पहुंचते ही घर में घुसकर मारेगे का स्लोगन प्रयोग करते थे। दो वर्ष बीत गये और इन दो वर्षो में हमारे जवान शहीद होते रहे परन्तु प्रधानमंत्री की पूर्व घोषणा के अनुरूप घर में घुसने की नौबत नहीं आयी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय रक्षा मंत्री भी लगातार पूर्ववर्ती सरकार के गृह मंत्री रहते हुये तथा वर्तमान सरकार के रक्षा मंत्री रहते हुए अपने भाषणों में बराबर कहते रहते हैं कि दुश्मन की ताकत का मुंहतोड़ जवाब दिया जायेगा परन्तु आज तक जवाब देने का समय नहीं आया जबकि पाकिस्तान ओर चीन लगातार हमलावर रहे।
श्री त्रिवेदी ने कहा कि सेना के बीच में मुंहतोड़ जवाब देने की बात कहना और फिर हमारे वीर जवानों के शहीद होते हुए भी सेना को आदेश न देना सेना का मनोबल गिराना है, क्योंकि जो सैनिक शहीद होते हैं वह भी हमारे अपने हैं और सेना का अंग हैं। विगत पुलवामा हमले की जांच आज तक नहीं करायी गयी और न ही उस आतंकवादी हमले में शहीद हुए वीर जवानों को केन्द्र सरकार द्वारा शहीद का दर्जा दिया गया।
इसी प्रकार विभिन्न स्तरों पर केन्द्र सरकार द्वारा की गयी अनदेखी सरकार की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा करती है। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में देश की जनता के बीच भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारकों द्वारा रैली के मंचों से घूम घूमकर एक के बदले दस सिर लाने का संकल्प किया गया था, परन्तु वह भी एक जुमला ही सिद्ध हुआ। बहुत अच्छा होगा कि प्रधानमंत्री अब मन की बात करने की बजाय देश और देशवासियों के मन की बात करें क्योंकि अपने मन की बात 78 बार कर चुके हैं।
रालोद प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि देष की राजधानी दिल्ली के आसपास विगत 7 महीनों में लगभग पांच सौ किसान शहीद हो चुके हैं और विगत 7 वर्ष में हजारों किसान देश में आत्महत्या कर चुके हैं। देश की जनता अपेक्षा करती हैं कि हमारे प्रधानमंत्री भले ही किसान विरोधी सरकार चला रहे हैं परन्तु शहीद हुये किसानों को श्रद्धांजलि दे देते तो बहुत अच्छा होता। उन्होंने देश के प्रधानमंत्री और केंद्रीय रक्षा मंत्री से अनुरोध करते हुये कहा कि हमारी सेनाओं का शौर्य बांग्लादेश बनाने में पूरे विश्व के सामने आ चुका है। इसलिए यदि पाकिस्तान और चीन देश विरोधी कदम उठाते हैं तो तत्काल सेना को आदेशित करने की कृपा करें, ताकि भारत की मर्यादा तथा एकता और अखंडता अक्षुण बनी रहे और देश का किसान और जवान अपने को गौरवान्वित महसूस कर सके।