• लाभार्थी के चेहरे का सत्यापन कर तत्काल बनाएंगी आयुष्मान कार्ड
• पीएम-जेएवाई एप के माध्यम से ऑनलाइन करेंगी सत्यापन
कानपुर। आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों के कार्ड एक्टिवेशन में अब प्रशिक्षित आशा कार्यकर्ताओं को लगाया जाएगा। इसके लिए ब्लाकवार आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। जनपद में अभी भी बड़ी संख्या में योजना के लाभार्थियों के कार्ड एक्टिवेट नहीं हुए हैं, जिससे बीमार होने की स्थिति में उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। पर अब आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लाभार्थियों के कार्ड अब चेहरे का सत्यापन कर आशा कार्यकर्ताओं द्वारा तत्काल बनाए जाएंगे। फेस ऑथेंटिकेशन विधि अर्थात व्यक्ति के चेहरे के सत्यापन की मदद से आयुष्मान कार्ड बनाना अब संभव हो सकेगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आलोक रंजन ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना में शामिल किया सभी के कार्ड बनाए जाने थे। जो लाभार्थी कार्ड एक्टिवेट नहीं करा पाए, उन्हें योजना का लाभ नहीं मिला। विभाग ने समय-समय पर कैंप लगाकर कार्ड एक्टिवेट किए। अभी भी बड़ी संख्या में लोग कार्ड एक्टिवेशन से वंचित हैं। लिहाजा ऐसे लोगों को आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से खोजा जाएगा और उनके मौके पर ही कार्ड एक्टिवेट किए जाएंगे। सीएमओ ने बताया कि कार्ड एक्टिवेशन को लेकर पीएम-जेएवाई एक नया एप लांच किया गया है। प्रत्येक ब्लाक में तैनात आशा कार्यकर्ता के बैच बनाकर उन्हें इस एप के माध्यम से कैसे कार्ड एक्टिवेट किए जाने हैं, इस बावत प्रशिक्षित किया जा चुका है। प्रत्येक ब्लाक में बीसीपीएम को आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
आयुष्यमान योजना के नोडल अधिकारी , एसीएमओ डॉ एसके सिंह ने बताया कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। जिसमें सामाजिक आर्थिक जातिगत आधारित जनगणना (एसईसीसी) 2011 के अनुसार जनपद के तीन लाख से अधिक लाभार्थी परिवारों को सम्मिलित किया गया था। योजना के अंतर्गत प्रतिवर्ष प्रति परिवार को पांच लाख रूपये की चिकित्सकीय उपचार की सुविधा जनपद समेत प्रदेश व देश के पंजीकृत राजकीय एवं निजी अस्पतालों में भर्ती होने के बाद निशुल्क दी जाती है।
आयुष्मान भारत योजना के जिला शिकायत नोडल अधिकारी आशीष दिक्षित ने बताया कि स्टेट से ही प्रत्येक आशा कार्यकर्ता की आईडी बनाई गई है। पीएम जेएवाई एप कैसे ऑपरेट होगा, इसके बारे में उन्हें ट्रेंड किया गया है। उन्होंने बताया की इस विधि से कार्ड बनाए जाने से किसी भी तरह के फर्जीवाड़े की गुंजाइश नहीं होगी। यही नहीं कार्ड बनाने के काम में भी तेजी आएगी। ऑनलाइन कार्ड सत्यापन के बाद लाभार्थी किसी भी पंजीकृत अस्पताल में आयुष्मान मित्र से संपर्क करके उसकी प्रति निशुल्क प्राप्त कर सकते हैं।
योजना एक नजर में
- कुल लक्षित लाभार्थी परिवार – 345312
- कुल लक्षित लाभार्थी – 1345697
- अब तक बने कार्ड – 351914
- अब तक इलाज मिला- 57198
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर